भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में मानसून को संभालने में विफल रहने के बाद दिल्ली में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।सचदेवा ने कहा, “पेयजल आपूर्ति में व्यवधान से उत्पन्न तीन महीने के संकट के बाद, मानसून को संभालने में दिल्ली सरकार की विफलता यह भी स्पष्ट करती है कि अरविंद केजरीवाल सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है; सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। आज दोपहर करीब 12 बजे जल बोर्ड मंत्री सुश्री आतिशी के अपने सरकारी बंगले के जलमग्न होने की खबर के बाद आम नागरिकों का केजरीवाल सरकार से विश्वास उठ गया है। हम लगातार कह रहे थे कि दिल्ली सरकार और नगर निगम दोनों में भ्रष्टाचार व्याप्त है दिल्ली सरकार ने जिस तरह गर्मियों में पेयजल के लिए कार्ययोजना नहीं बनाई, उसी तरह बारिश के दौरान जलनिकासी के लिए भी कोई योजना नहीं बनाई। जल बोर्ड और पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचार और मंत्री सुश्री आतिशी के निकम्मेपन ने पहले तो दिल्ली की जनता को पेयजल संकट से रुलाया, अब पूरे मानसून सीजन में लोगों को रोजाना जलभराव झेलना पड़ेगा। पेयजल आपूर्ति में व्यवधान से तीन महीने तक संकट के बाद मानसून को संभालने में दिल्ली सरकार की विफलता यह भी स्पष्ट करती है कि अरविंद केजरीवाल सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। सचदेवा ने कहा कि आज दोपहर करीब 12 बजे जल बोर्ड मंत्री सुश्री आतिशी के अपने सरकारी बंगले के जलमग्न होने की खबर के बाद आम नागरिकों का केजरीवाल सरकार से विश्वास उठ गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम दोनों में भ्रष्टाचार व्याप्त है और दोनों ने ही अपने नालों की सफाई नहीं की है और आज की बारिश ने यह साबित कर दिया है। सचदेवा ने कहा कि जिस तरह दिल्ली सरकार ने पेयजल के लिए गर्मियों में कार्ययोजना नहीं बनाई, उसी तरह बारिश के दौरान जल निकासी के लिए भी कोई योजना नहीं बनाई। जल बोर्ड और पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचार और मंत्री आतिशी की अक्षमता ने पहले दिल्ली के लोगों को पेयजल संकट से रुलाया, अब पूरे मानसून के मौसम में लोगों को रोजाना जलभराव झेलना पड़ेगा।