लुधियाना, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर अपने शासन के 10 वर्षों में किसानों और जवानों को ‘‘बर्बाद’’ करने का आरोप लगाया। किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आह्वान को अपनी पार्टी का समर्थन देते हुए खरगे ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के संबंध में अभी तक कोई अधिसूचना जारी नहीं की है।
वर्ष 2020 में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघू बॉर्डर, टिकरी बार्डर और गाजीपुर सीमा पर लगभग एक साल तक विरोध प्रदर्शन किया था। खरगे यहां लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की पंजाब इकाई कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का नारा, ‘‘जय जवान, जय किसान’’ पंजाब में सबसे उपयुक्त बैठता है। उन्होंने कहा कि यह राज्य अनोखा है क्योंकि यहां पर जवान और किसान दोनों हैं। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर किसान हैं लेकिन जवान नहीं हैं और कुछ जगहों पर जवान हैं लेकिन किसान नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में ‘जवान’ और ‘किसान’ दोनों को बर्बाद कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने दावा किया, ‘‘लेकिन उन्होंने (केंद्र सरकार ने) तीन कृषि कानूनों को स्थगित कर दिया। उन्होंने इसे रद्द करने की कोई अधिसूचना जारी नहीं की। इन कानूनों को निरस्त करने की अधिसूचना कहां है?’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अपमानजनक तरीके से किसानों का नाम लेने और उन्हें ‘‘आतंकवादी’’ और ‘‘आंदोलन जीवी’’ कहने का आरोप लगाया।किसानों के 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ आह्वान का जिक्र करते हुए, खरगे ने किसानों को अपने अधिकारों के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करने के लिए बधाई दी और उन्हें अपनी पार्टी का समर्थन दिया।
लगभग 200 किसान संघ द्वारा ‘दिल्ली चलो मार्च’ के आह्वान के तहत उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से बड़ी संख्या में किसानों के मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करने की संभावना है।
खरगे ने आरोप लगाया ‘फसल बीमा योजना’ के लिए आवंटित 40,000 करोड़ रुपये निजी बीमा कंपनियों की जेब में चले गए। उन्होंने दावा किया कि इसके अलावा, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, किसान 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर कर का भुगतान कर रहे हैं। खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार विभिन्न सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लगभग 30 लाख रिक्तियां नहीं भर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग को नौकरियों में 50 फीसदी आरक्षण मिले।
उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के तहत स्थापित बड़े उद्योगों को प्रधानमंत्री के ‘‘एक ही मित्र’’ को सौंपा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के इस सवाल का जवाब देते हुए कि कांग्रेस ने क्या किया है, खरगे ने कहा, ‘‘हमने बांध बनाए, श्वेत और हरित क्रांति लाए और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय जैसे संस्थान स्थापित किए।’’ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी कि वे एक भी ऐसा काम बताएं जो उन्होंने देश के लिए किया हो।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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