दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन अपने भाषण में कहा कि यह दुखद है कि भाजपा की साजिशों के कारण अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। अरविंद केजरीवाल को राम और मनीष सिसोदिया को लक्ष्मण बताते हुए आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के राम-लक्ष्मण हमारे बीच हैं और यह खुशी की बात है। जब ईडी-सीबीआई दूसरे नेताओं पर छापेमारी करती है तो वहां मिले करोड़ों रुपये और जेवरात की रंगोली बनाती है। लेकिन आप नेताओं के घरों, दफ्तरों और पुश्तैनी घरों से एक रुपया भी नहीं मिला। फिर भी उन्होंने अरविंद केजरीवाल, शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया और मोहल्ला क्लीनिक देने वाले सत्येंद्र जैन को जेल में डाल दिया। आतिशी ने अपने भाषण में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी की 22 राज्यों में सरकारें हैं, लेकिन उन्होंने एक भी राज्य में न तो मुफ्त बिजली-पानी दिया और न ही स्कूल-अस्पताल, फिर भी उनकी सरकारें घाटे में चल रही हैं. आतिशी ने कहा कि दूसरी तरफ केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली-पानी दिया, उन्हें बेहतरीन स्कूल और अस्पताल दिए, महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा और बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा दी, फिर भी दिल्ली का बजट मुनाफे में है. आतिशी ने कहा, “क्योंकि अरविंद केजरीवाल जी बेहद ईमानदार हैं, उन्हें काम करना आता है।”आतिशी ने कहा, “भाजपा की सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे अपने एक भी नेता पर ईमानदारी की मुहर नहीं लगा पाए, वे किसी भी राज्य में स्कूल-अस्पताल नहीं बना पाए। इसलिए, ईमानदार अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए उन्होंने ईडी-सीबीआई के जरिए फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए।”