आतंकवाद रोधी समिति के अध्यक्ष तिरूमूर्ति ने 2022 के लिए प्राथमिकताओं पर चर्चा की

संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) आतंकवाद रोधी समिति की अध्यक्ष के तौर पर मौजूदा वर्ष के लिए समिति की प्राथमिकताओं पर चर्चा की और आतंकवाद रोधी पर भारत के केन्द्रीकरण के बिंदुओं और परिपेक्ष्य को साझा किया।

आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) को 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमले के बाद गठित किया गया था। यूएनएससी प्रस्ताव 1373 (2001) के तहत सीटीसी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सहायक संस्था के तौर पर स्थापित किया गया था।

तिरुमूर्ति ने मंगलवार को ट्वीट किया कि सीटीसी के अध्यक्ष के तौर पर संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय (सीटीईडी) के कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक से बातचीत करके अच्छा लगा और उनकी टीम के साथ 2022 के लिए सीटीसी की प्राथमिकताओं पर चर्चा की तथा आतंकवाद रोधी पर भारत की तवज्जो और परिपेक्ष्य को साझा किया।

सीटीसी ने एक ट्वीट में कहा कि तिरुमूर्ति ने उभरते खतरों और चुनौतियों से निपटने में 2022 में किए जाने वाली प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। सीटीईडी, सीटीसी की मदद करती है।

तिरुमूर्ति 2022 के लिए सीटीसी के अध्यक्ष हैं। भारत फिलहाल 15 सदस्य सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसका दो साल का कार्यकाल 31 दिसंबर 2022 को खत्म होगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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