लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप चंद्रन नायर ने असम राइफल्स के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाला

मुंबई, लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप चंद्रन नायर ने देश से सबसे पुराने अर्द्धसैन्य बल असम राइफल्स के महानिदेशक के तौर पर मंगलवार को कार्यभार संभाला।

असम राइफल्स बल पूर्वोत्तर क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा संभालता है। यह बल सुरक्षा मुहैया कराने, जनकल्याण के कार्य करने और विकास कार्यों में मदद करने समेत विविध भूमिकाएं निभाता है।

लेफ्टिनेंट जनरल नायर इससे पहले भारतीय सेना के भर्ती विभाग के महानिदेशक थे। वह ‘पूर्वोत्तर के प्रहरी’ के रूप में जाने जाने वाले असम राइफल्स के 21वें महानिदेशक हैं।

उन्होंने मेघालय के शिलॉन्ग स्थित एआरडीजी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में असम राइफल्स प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभाला।

लेफ्टिनेंट जनरल नायर को असम राइफल्स और पूर्वोत्तर की सुरक्षा के संबंध में काफी अनुभव है। वह असम राइफल्स (एआर) में महानिरीक्षक और कंपनी कमांडर भी रहे हैं। इसके अलावा वह ब्रिगेड कमांडर के रूप में एआर बटालियन की कमान संभाल चुके हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल नायर, अति विशिष्ट सेवा पदक, युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किए जा चुके हैं। उन्हें सिख रेजिमेंट में 1985 में शामिल किया गया था। उन्होंने सैनिक स्कूल सतारा, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट और भारतीय लोक प्रशासन संस्थान से पढ़ाई की है।

लगभग 35 साल के अपने करियर में लेफ्टिनेंट जनरल नायर ने सियाचिन ग्लेशियर में बटालियन की कमान संभाली है और पूर्वोत्तर में सेवाएं दी हैं।

सैनिक स्कूल सतारा के एक अधिकारी ने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल नायर, 60 साल पुराने स्कूल के उन 10 छात्रों में से एक हैं जो लेफ्टिनेंट जनरल की रैंक तक पहुंचे।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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