वैश्विक आपूर्ति चेन को मिला ‘क्वांटम बूस्ट’

पेटलिंग जया (मलेशिया), विपुल मात्रा में उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण और गणना करने में सक्षम क्वांटम कंप्यूटर वर्तमान में उद्यमों और व्यवसायों को नयी गति प्रदान कर सकते हैं। कोविड-19 के दौरान जब वैश्विक आपूर्ति चेन बाधित हुयी थी, उस वक्त अमेरिका का सबसे व्यस्त बंदरगाह ‘लॉस एंजिलिस’ में दुनिया भर से आने वाले कंटेनरों की भीड़ लग गई थी। उस वक्त बंदरगाह ने इस समस्या से निपटने के लिए ‘क्वांटम गणन’ का उपयोग किया।

             इसी संकट के दौरान पता चला कि बंदरगाह परंपरागत गणन के मुकाबले क्वांटम कंप्यूटर की मदद से ज्यादा संख्या में कंटेनरों/माल की आवाजाही सुनिश्चित कर सकता है। और अब राट्टेर्डैम में स्थित बंदरगाह भी अपने संचालन को सुविधाजनक बनाने के लिए क्वांटम कंप्यूटर का उपयोग कर रहा है। बेहद प्रतियोगी वैश्विक बाजार में कोई भी व्यापार सिर्फ अपने ब्रांड के आधार पर नहीं बल्कि उनके आपूर्ति चेन की चुस्ती-फुर्ती और दक्षता के आधार पर एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। नवविकसित क्वांटम तकनीक संसाधनों का उपयोग और लेखा-जोखा रखते हुए गोदाम आदि की क्षमता का भी प्रबंधन कर सकती है।

             क्वांटम कंप्यूटर किसी भी उद्यम/व्यवसाय को आंकड़ों के आधार पर तेजी से फैसला करने में मदद करके जटिल समस्याओं को सुलझाने का अवसर देते हैं। आपूर्ति चेन के व्यवसाय के सामने तमाम चुनौतियां हैं जैसे कि डेटा फ्रेगमेंटेशन को नियंत्रित करने में दिक्कतें, चेन को बाधित करने वाली घटनाएं और लगातार घटती-बढ़ती ग्राहकों की मांग… और ये आपूर्ति चेन में लगातार बाधा उत्पन्न करती हैं। इन तमाम जटिलताओं के साथ इतने वृहद आंकड़ों के आधार पर तेजी से और सही फैसला लेने के लिए परंपरागत कंप्यूटर के मुकाबले उच्च गणक क्षमताओं की जरूरत होगी। क्वांटम गणन के क्षेत्र में अब लगातार काम होगा और धीरे-धीरे वह हमारे रोजमर्रा के जीवन में जगह बना लेगा। ‘मैककिन्से’ की हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2035 तक क्वांटम गणन का बाजार 700 अरब अमेरिकी डॉलर का हो जाएगा।

             वहीं, ‘द वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम’ के अनुसार, क्वांटम गणन उन पांच उभरती तकनीकों में शामिल है, जिन पर इस साल खास ध्यान दिया जाना चाहिए। इस अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि लगातार विकसित हो रहे बाजार के मद्देनजर ‘स्कमपीटर का सिद्धांत’ उद्यमों को लगातार विकसित हो रही नयी तकनीकों को अपने कारोबार में शामिल करने को प्रेरित करेगा।

             वर्तमान में परंपरागत कंप्यूटर 0 या 1 के आधार पर बाइनरी लॉजिक या बाइट में गणना करने के लिए ट्रांजिस्ट्रर का सहारा लेते हैं। लेकिन, क्वांटम कंप्यूटर किसी लॉजिक के सिद्धांत तक सीमित नहीं हैं बल्कि क्वांटम मकैनिक्स के आधार पर काम करते हैं। क्वांटम मकैनिक्स भौतिकी की शाखा है जिसमें किसी तत्व या प्रकाश की प्रकृति का अध्ययन आण्विक या परमाण्विक स्तर पर किया जाता है।

             क्वांटम कंप्यूटर ना सिर्फ ‘बाइट’ में बल्कि ‘क्यूबाइट’ में भी गणना करते हें और इसके लिए वे परमाण्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉन और फोटॉन का उपयोग करते हैं। यही बात क्वांटम कंप्यूटर को परंपरागत कंप्यूटर से अलग और बेहतर बनाती है। क्वांटम कंप्यूटर एक ही समय में अलग-अलग गणना करने में सक्षम है जबकि परंपरागत कंप्यूटर में गणना एक के बाद एक होती है। परंपरागत गणन के मुकाबले क्वांटम गणन की मदद से जटिल समस्याओं का समाधान बहुत सरलता से हासिल किया जा सकता है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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