वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले 94,000 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन हुए: धामी

नयी दिल्ली, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके गुजरात दौरे पर 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ आयोजित बैठकों के बाद लगभग 24,000 करोड़ रुपये के निवेश पर करार हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में 8-9 दिसंबर को होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले अब तक लगभग 94,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर करार हो चुके हैं। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए धामी जल्द ही मुम्बई में भी निवेशकों के साथ संवाद करेंगे।

            अहमदाबाद से लौटने के बाद यहां राजधानी में पत्रकारों से चर्चा में कहा, ‘‘निवेशक उत्तराखंड में निवेश के प्रति काफी आकर्षित हैं। अभी अहमदाबाद में 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ आयोजित बैठक के बाद लगभग 24,0000 करोड़ रुपये के निवेश पर करार हुए। अब तक लगभग 94,000 करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर करार हो चुके हैं।’’

            राज्य में निवेश को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री अब तक लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बैंगलौर तथा अहमदाबाद में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ बैठकें कर चुके हैं।

            उन्होंने कहा कि निवेशकों ने पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, ऊर्जा, परिवहन, अवसंरचना एवं आवभगत आदि के क्षेत्र में निवेश में काफी दिलचस्पी दिखाई है और कई क्षेत्रों में करार भी हुए हैं।

            उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में मुम्बई में भी निवेशकों के साथ संवाद एवं रोड शो आयोजित होना है।’’  मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने भी करार हो रहे हैं उन सभी को धरातल पर उतारना उनकी प्राथमिकताओं में होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध जो भी सुझाव प्राप्त हुये हैं, उन पर अमल किया जा रहा है।

            उन्होंने कहा, ‘‘राज्य हित में उपयोगी प्रस्तावों का भी गहनता से आंकलन किया जा रहा है। निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जायेगा।’’मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी नीतियां बनाई हैं, निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखंड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक निवेशक सम्मलन की थीम ‘पीस टू प्रोस्पेरिटी’ यानी ‘शांति से समृद्धि’ रखा गया है।’’

            धामी ने कहा कि पर्यटन, स्वास्थ्य उपचार और आवभगत उद्योग के साथ-साथ उत्तराखंड में अनेक नए एवं गैर परंपरागत उद्योगों को विकसित किया जा रहा है और धीरे-धीरे राज्य देश के प्रमुख फार्मा केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है।

            उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि निवेशक उत्तराखंड में भी निवेश करें ताकि प्रदेश में औद्यौगिक विकास की गति बढ़ सके। प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।’’उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को यहां आने के लिए आकर्षित कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में पर्यावरण और अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाते हुए कार्य किये जा रहे हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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