संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सत्र के अध्यक्ष फिलेमोन यांग ने 6 फरवरी, 2025 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का भारत में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यूएनजीए की उनकी अध्यक्षता ऐसे समय में आई है जब हम संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 80 साल पूरे होने का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मना रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2025 में विकास के लिए वित्तपोषण पर चौथा सम्मेलन और तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन आदि जैसे महत्वपूर्ण संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन भी होंगे। उन्होंने उन्हें इन सभी मंचों पर भारत की सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी का आश्वासन दिया।
राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित प्रमुख बहुपक्षीय निकायों में शीघ्र और व्यापक सुधार की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि उन्हें समकालीन वैश्विक वास्तविकताओं का प्रतिबिम्ब बनाया जा सके।
राष्ट्रपति ने सतत विकास के लिए विज्ञान और डेटा-संचालित दृष्टिकोण पर फिलेमोन यांग के जोर और उनके समावेशी दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने सितंबर 2024 में न्यूयॉर्क में आयोजित भविष्य के शिखर सम्मेलन में “भविष्य के लिए समझौता” को अपनाने में उनके नेतृत्व की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत “वसुधैव कुटुम्बकम” के दर्शन द्वारा निर्देशित संयुक्त राष्ट्र सहित वैश्विक दक्षिण के उद्देश्यों की वकालत करना जारी रखेगा।
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