गोंडा (उप्र) कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे और कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह ने बुधवार को अपने काफिले में शामिल एक वाहन की टक्कर से दो युवकों की मौत हो जाने की घटना को दर्दनाक बताया है। करण भूषण ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-वीडियो से कहा कि उन्हें इस दुर्घटना के बारे में तब पता चला जब वह एक कार्यक्रम के सिलसिले में बहराइच पहुंच चुके थे।
उन्होंने कहा कि यह दर्दनाक घटना महज एक दुर्योग है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने अपने एक सहयोगी को घटनास्थल पर जाने को कहा जिसके बाद दोनों युवकों और महिला को अस्पताल ले जाया गया था। करण भूषण ने कहा कि खबरों में उन्हें इस त्रासद घटना के लिए दोषी ठहराया गया है और कहा गया है कि उनके काफिले में शामिल एक गाड़ी ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों के साथ—साथ एक महिला को कुचल दिया जबकि यह सच नहीं है। उन्होंने कहा कि महिला अचानक सड़क पर आ गयी थी और युवकों के वाहन से उसे टक्कर लग गयी थी। उनके अनुसार तीनों सड़क पर गिर गये और दुर्घटनावश उनके काफिले में शामिल आखिरी गाड़ी की चपेट में आ गये।
करण भूषण ने कहा कि दुर्घटना में मारे गये युवक उनके पिता बृजभूषण शरण सिंह के समर्थक थे। उन्होंने कहा कि उनके सहयोगी मृतकों के परिवार के साथ मौजूद थे और उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए।
करण भूषण सिंह कैसरगंज के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के बेटे हैं।
बुधवार को करण भूषण सिंह के काफिले के एक वाहन से टक्कर लगने से मोटरसाइकिल सवार दो युवकों– रेहान खान (17) और शहजाद खान (24) की मौत हो गयी थी। टक्कर में 60 वर्षीय महिला सीता देवी भी गम्भीर रूप से जख्मी हो गयी। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने रास्ता जाम करके प्रदर्शन किया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक करण भूषण अपने काफिले के साथ कर्नलगंज से बहराइच जिले के हुजूरपुर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में बैकुंठ डिग्री कालेज के पास काफिले में सबसे आगे चल रहे करण भूषण सिंह के वाहन के निकल जाने के बाद सुरक्षा कर्मियों को लेकर चल रही एक कार अनियंत्रित हो गयी और उसने एक मोटर साइकिल को टक्कर मार दी। इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कर्नलगंज-हुजूरपुर मार्ग पर रास्ता जाम कर दिया था और दोषियों की गिरफ्तारी होने तक युवकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए न ले जाने की जिद पर अड़ गए थे। हालांकि अधिकारियों द्वारा नाराज लोगों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद जाम खुल सका और शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया। इस मामले में आरोपी वाहन चालक लवकुश श्रीवास्तव (30) को हिरासत में ले लिया गया है।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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