नयी दिल्ली, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा विदेश स्थित अपने स्कूलों के लिए तैयार किया जा रहा वैश्विक पाठ्यक्रम अन्य अंतरराष्ट्रीय स्कूलों के साथ-साथ भारत में बोर्ड से संबद्ध स्कूलों द्वारा भी पेश किया जा सकता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सीबीएसई शैक्षणिक सत्र 2026-27 से इस पाठ्यक्रम को शुरू करने की योजना को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है और मसौदा सार्वजनिक रूप से पेश करने से पहले विस्तृत चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई गई है। पिछले सप्ताह केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एक बैठक की अध्यक्षता की थी जिसमें सीबीएसई को वैश्विक पाठ्यक्रम के कार्यान्वयन के तौर-तरीकों के साथ एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया था। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘‘वैश्विक पाठ्यक्रम नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) से संबंधित व्यापक सुधार योजना का हिस्सा है जिसका उद्देश्य छात्रों को विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धी शिक्षण अनुभव प्रदान करना है।’’ उन्होंने कहा ‘‘जो अंतरराष्ट्रीय स्कूल वर्तमान में अन्य बोर्ड से संबद्ध हैं उनके पास भी यह पाठ्यक्रम पढ़ाने का विकल्प होगा और यही बात भारत में सीबीएसई स्कूलों पर भी लागू होगी।’’क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common