दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना द्वारा अधिकारियों को दिल्ली में हीटवेव की स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त कार्रवाई करने का निर्देश देने वाली एक एडवाइजरी जारी करने के बाद, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी द्वारा जारी की गई एडवाइजरी दिल्ली की आप सरकार को बदनाम करने के लिए है। भारद्वाज ने कहा कि उनका विभाग मार्च से ही हीटवेव के दौरान की जाने वाली इस कार्रवाई पर विचार कर रहा था। भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार ने गर्मी की शुरुआत में ही मार्च में सभी विभागों को तीन दर्जन से अधिक एडवाइजरी भेजी थीं।हीट स्ट्रोक के मामलों को लेकर जिला चिकित्सा अधिकारियों को एडवाइजरी भेजी गई है। दिल्ली सरकार-केंद्र सरकार, एनडीएमसी, सभी एमसीडी अस्पताल और सभी स्कूलों को एडवाइजरी भेजी गई है। 27 मई को हमने सभी एडवाइजरी फिर से जारी की। हीटवेव के मरीजों के लिए भी 26 अस्पतालों में 2-2 बेड और एलएनजेपी में 5 बेड रिजर्व किए गए। लेकिन एलजी साहब ने जो पत्र लिखा, उसमें वे खुद को बड़ा दिखाना चाहते थे, उसमें दुर्भावना साफ दिखाई दे रही थी। भारद्वाज ने कहा कि कैट एंबुलेंस को भी एडवाइजरी जारी की गई है। यहां तक कि 30 अप्रैल को मुख्य चुनाव अधिकारी को भी एडवाइजरी जारी की गई कि जब लोग वोट डालने आएं, तो वहां पानी की व्यवस्था होनी चाहिए और वेटिंग एरिया में छाया की व्यवस्था होनी चाहिए। आधी गर्मी बीत जाने के बाद एलजी ऑफिस के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने हीटवेव पर एक्शन प्लान के बारे में दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा। इस पत्र के जरिए एलजी साहब ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर कटाक्ष करने की कोशिश की, जो एक छोटी सी कार्रवाई है। Photo : Wikimedia