नयी दिल्ली, बहुप्रतीक्षित हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की सात साल बाद 28 दिसंबर से नए स्वरूप में वापसी होगी जिसमें पुरुष और महिला दोनों टीमें भाग लेंगी। पुरुषों की प्रतियोगिता में आठ जबकि महिलाओं की प्रतियोगिता में छह टीमें भाग लेंगी। महिलाओं की स्पर्धा पहली बार आयोजित की जा रही है । लीग का आयोजन 28 दिसंबर से एक फरवरी तक दो स्थानों राउरकेला और रांची में किया जाएगा। पुरुषों की प्रतियोगिता राउरकेला जबकि महिलाओं की प्रतियोगिता रांची में खेली जाएगी। लीग के लिए खिलाड़ियों की नीलामी यहां 13 से 15 अक्टूबर तक होगी। इसके लिए कुल 10 फ्रेंचाइजी मालिक एकत्र होंगे । खिलाड़ियों की नीलामी तीन श्रेणियों दो लाख रुपये पांच लाख रुपये और 10 लाख रुपये में की जाएगी। हॉकी इंडिया लीग की वापसी देश में हॉकी के इतिहास में ही एक अहम कदम नहीं है बल्कि महिला हॉकी को बढावा देने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है । पहली बार महिला लीग शुरू करने से महिला हॉकी खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिये मंच मिलेगा । पुरूष वर्ग में फ्रेंचाइजी मालिक चेन्नई ( चार्ल्स ग्रुप) लखनऊ (याडु ग्रुप ) पंजाब (जेएसडब्ल्यू स्पोटर्स ) पश्चिम बंगाल ( श्राची स्पोटर्स) दिल्ली ( महेश भूपति की एसजी स्पोटर्स एंड इंटरटेनमेंट ) ओडिशा (वेदांता लिमिटेड) हैदराबाद ( रिसोल्यूट स्पोटर्स ) और रांची ( नवोयम स्पोटर्स वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ) हैं । महिला वर्ग में टीम मालिक हरियाणा (जेएसडब्ल्यू स्पोटर्स) पश्चिम बंगाल ( श्राची स्पोटर्स) दिल्ली ( महेश भूपति की एसजी स्पोटर्स एंड इंटरटेनमेंट ) और रांची ( नवोयम स्पोटर्स वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ) हैं । महिला लीग की बाकी दो टीमों का ऐलान बाद में किया जायेगा । हर टीम में 24 खिलाड़ी होंगे जिसमें कम से कम 16 भारतीय खिलाड़ी होंगे । इनमें चार जूनियर खिलाड़ी और आठ अंतरराष्ट्रीय सितारे होना अनिवार्य है । महिला लीग का फाइनल अगले साल 26 जनवरी को रांची में होगा जबकि पुरूष टीम का फाइनल एक फरवरी को राउरकेला में खेला जायेगा । हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और लीग के चेयरमैन दिलीप टिर्की ने कहा कि महासंघ का अध्यक्ष बनने के बाद से उनका सपना लीग को फिर से शुरू करने का था । उन्होंने कहा ‘‘ प्रीमियर हॉकी लीग ने दुनिया में लीग का चलन शुरू किया । पद पर काबिज होने के बाद से हमारा सपना लीग को फिर शुरू करने का था । आज हमारा सपना पूरा हुआ ।’’ उन्होंने कहा ‘‘ हॉकी इंडिया लीग से राष्ट्रीय टीमों के लिये खिलाड़ी निकलेंगे । यह हॉकी में नया इतिहास रचेगी । विश्व हॉकी के लिये भी यह अहम है । हम अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के शुक्रगुजार है कि हमें 35 दिन का विंडो मिला ।’’ हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा ‘‘ इस लीग के लिये इंतजार लंबा रहा है । हॉकी भारत में खेल ही नहीं है बल्कि यह हमारे दिल में है ।’’ उन्होंने बताया कि एफआईएच ने लीग के लिये हॉकी इंडिया को पांच साल की विंडो दी है । उन्होंने यह भी बताया कि ओडिशा सरकार ने भारतीय हॉकी के साथ प्रायोजन करार 2036 तक बढा दिया है ।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common