हॉकी इंडिया लीग भारतीय हॉकी की तस्वीर बदल सकती है: सलिमा टेटे

बेंगलुरु भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे का मानना है कि आगामी हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) युवा खिलाड़ियों के करियर को आकार देने और राष्ट्रीय टीम के लिए मजबूत ‘बेंच स्ट्रेंथ’ (टीम के वैकल्पिक खिलाड़ी) बनाने में मदद करेगी। इस साल के आखिर में शुरू होने वाली इस बहुप्रतीक्षित लीग की सात साल बाद वापसी हो रही है। नए स्वरूप में एचआईएल में महिलाओं की अलग स्पर्धा पहली बार आयोजित होगी जो पुरुष प्रतियोगिता के साथ-साथ चलेगी। यह लीग 28 दिसंबर से एक फरवरी तक दो आयोजन स्थलों रांची (महिला) और राउरकेला (पुरुष) में खेली जाएगी। पुरुषों की प्रतियोगिता में आठ तो महिलाओं की प्रतियोगिता में छह टीमें शिरकत करेंगी। सलीमा ने कहा ‘‘मैं एचआईएल के लिए बहुत उत्साहित हूं यह सात साल बाद दोबारा शुरू हो रहा है और इस बार इसमें महिला लीग भी है। पूरी टीम पिछले कुछ दिनों से इस बात पर चर्चा कर रही है कि यह हमारे लिए कितना बढ़िया अवसर है। हमें अलग-अलग देशों के खिलाड़ियों से मिलने उनके साथ और उनके खिलाफ खेल कर बेहतर होने का मौका मिलेगा।’’ उन्होंने कहा ‘‘इससे युवा खिलाड़ियों को भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों की दिनचर्या से खेल को बेहतर समझने का मौका मिलेगा। करियर की शुरुआत में ही दबाव वाले पेशेवर माहौल में रहना उनके विकास के लिए अच्छा होगा।’’ उन्होंने कहा ‘‘मुझे उम्मीद है कि एचआईएल टीम से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों के लिए भी फायदेमंद होगा जो उन्हें शीर्ष स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने और खुद को निखारने का मौका देगा।’’ इस लीग के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 13 से 15 अक्टूबर तक होगी। प्रत्येक फ्रैंचाइजी को 24 खिलाड़ियों वाली टीम बनानी होगी जिसमें कम से कम 16 भारतीय (चार जूनियर खिलाड़ी अनिवार्य) और आठ अंतरराष्ट्रीय (विदेशी) खिलाड़ी शामिल होंगे। सलीमा ने कहा ‘‘नीलामी जल्द ही होने वाली है और शिविर में इसे लेकर काफी हलचल है। यह पहला सत्र है लिहाजा मैं रांची टीम के लिए ही खेलना पसंद करूंगी।’’ उन्होंने कहा ‘‘ इस लीग में खेलने का अनुभव शानदार होगा। हम पहली बार बिल्कुल नई टीम नए कोच नए साथी खिलाड़ियों के साथ खेलेंगे और मुझे हॉकी इंडिया लीग के शुरू होने का इंतजार है।’’क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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