अग्निशमन विभाग अस्पतालों में सुरक्षा व्याख्यान और प्रदर्शन आयोजित करेगा

नयी दिल्ली  दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग को निजी और सरकारी अस्पतालों से ‘‘अग्नि सुरक्षा व्याख्यान और प्रदर्शन’’ आयोजित करने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले महीने पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार स्थित एक निजी शिशु अस्पताल में भीषण आग लगने की घटना हुई थी जिसमें सात शिशुओं की मौत हो गई थी। इस अस्पताल का संचालन अग्निशमन विभाग से मंजूरी न मिलने के बावजूद कथित रूप से अवैध तरीके से किया जा रहा था। अग्निशमन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा  ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि आग की घटना के बाद  हमें विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों से अग्नि सुरक्षा प्रदर्शन के लिए 75 से अधिक पत्र प्राप्त हुए हैं। हमें मदद करने में हमेशा खुशी होती है।’’

उन्होंने कहा कि आग लगने की स्थिति से बचने का सबसे अच्छा तरीका ज्वलनशील वस्तुओं को दूर रखना है। उन्होंने कहा कि लोगों को अग्निशामक यंत्रों पर तारीखें अवश्य देखनी चाहिए और उन्हें चलाना सीखना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग द्वारा अग्नि सुरक्षा मानदंडों का नियमित निरीक्षण करने से भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा  ‘‘छोटे-छोटे प्रयासों से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।’’

दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा  ‘‘पिछले कुछ दिनों में आग लगने से संबंधित कॉल की संख्या में कमी आई है। हमें आग से संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए भी अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। इसके अलावा  हमें अग्नि सुरक्षा प्रदर्शन के लिए भी पत्र प्राप्त हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा  ‘‘यदि कोई प्रशिक्षित है तो वह आग से निपट सकता है और तुरंत अग्निशमन विभाग को कॉल कर सकता है। हमें विश्वास है कि तेजी से की गई कार्रवाई से कई लोगों की जान बच जायेगी।’’

गर्ग ने कहा कि उन्होंने लोगों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र शुरू कर दिया है कि आग लगने या किसी भी आपातकालीन स्थिति से कैसे निपटा जाए। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र रोहिणी और द्वारका में डीएफएस केंद्रों में आयोजित किये जायेंगे। डीएफएस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार  एक जनवरी से 26 मई तक विभाग को आग से संबंधित 8 912 कॉल प्राप्त हुईं थी।  डीएफएस ने कहा था कि उन्हें 29 मई की मध्यरात्रि तक 24 घंटों में 183 कॉल प्राप्त हुई थी।  आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार  इस वर्ष आग से संबंधित घटनाओं में 55 लोगों की मौत हो गई तथा 300 से अधिक लोग झुलस गये।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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