आईएमएफ को अगस्त तक ऋण पुनर्गठन कार्यक्रम सौंपेगा श्रीलंका : प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे

कोलंबो, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज पाने के लिए श्रीलंका अगस्त तक ऋण पुर्नगठन कार्यक्रम पेश करेगा। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने मंगलवार को संसद को बताया कि ‘दिवालिया’ होने की वजह से सरकार की वैश्विक ऋणदाता के साथ बातचीत पहले की तुलना में और जटिल हो गई है।

श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्र होने के बाद से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। देश को तेजी से घटते विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से निपटने के लिए कम से कम चार अरब डॉलर की जरूरत है।

आईएमएफ के एक दल ने एक ‘आर्थिक कार्यक्रम’ पर चर्चा करने के लिए 20 जून को कोलंबो का दौरा किया था।

आईएमएफ ने बाद में कहा कि उसने श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ ‘रचनात्मक और उत्पादक’ चर्चा समाप्त कर ली है, लेकिन साथ ही उसने चेतावनी दी है कि संकटग्रस्त द्वीपीय राष्ट्र को ‘ऋण पुर्नगठन’ पर और अधिक काम करने की जरूरत है। इसके अलावा राहत पैकेज को अंतिम रूप देने से पहले भ्रष्टाचार की कमजोरियों को दूर करने के लिए संरचनात्मक सुधारों को आगे बढ़ाने की भी आवश्यकता है।

‘डेली मिरर’ अखबार ने विक्रमसिंघे के हवाले से कहा, ‘‘आईएमएफ के साथ चर्चा का पहला दौर सफल रहा लेकिन सहायत ऋण पुनर्गठन कार्यक्रम पर निर्भर करती है।’’ विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका आईएमएफ को अगस्त में ‘ऋण पुनर्गठन कार्यक्रम’ की रिपोर्ट सौंपेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने जिन विशेषज्ञ कंपनियों को काम पर रखा है, वे ऋण पुनर्गठन कार्यक्रम को तैयार करने में लगी हैं। हम आईएमएफ को अगस्त तक इसकी रिपोर्ट सौंप देंगे।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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