न्यूकैसल विश्वविद्यालय के नेतृत्व में एक नए अध्ययन में भविष्यवाणी की गई है कि भारत की गंगा सहित एशियाई नदियों में 2050 के दशक तक कम लेकिन अधिक तीव्र उष्णकटिबंधीय तूफान का अनुभव होगा। उच्च उत्सर्जन परिदृश्यों के तहत गंगा क्षेत्र में तूफान लगभग 20 प्रतिशत तक तेज़ हो सकते हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन में गंगा और मेकांग डेल्टा नदी घाटियों में इसी अवधि में तूफान की आवृत्ति में 50 प्रतिशत की कमी का भी अनुमान लगाया गया है। ये निष्कर्ष क्षेत्र में बदलती जलवायु गतिशीलता को उजागर करते हैं।
https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/f/f5/Aerial_View_Ganga_River_Banks%2C_Vanasi_India_2012.jpg