आयोग ने दिवाली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण से वातावरण को बचाने के लिये सरकार को निर्देश दिये

जयपुर, राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग ने दिवाली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण से वातावरण को बचाने के लिये राज्य सरकार को आवश्यक कदम उठाने के लिये रविवार को निर्देश दिये है।

न्यायमूर्ति महेश चन्द्र शर्मा की एकल पीठ और आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष ने मीडिया में प्रकाशित ‘पटाखों का धुआं कोरोना पीड़ितों के लिये खतरनाक’ संबंधी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए पटाखों से होने वाले प्रदूषण से वातावरण को बचाने के लिये राज्य सरकार को निर्देश दिये है।
उन्होंने कहा कि दीपावली पर पटाखों के उपयोग से वातावरण के अधिक प्रदूषित होने का खतरा रहता है। पटाखों से निकलने वाले धुएं से अस्थमा, फेफड़ों की बीमारी के मरीज बढ़ने के साथ-साथ कोविड-19 के संक्रमित मरीजों के लिये परेशानी उत्पन्न हो सकती है।

न्यायमूर्ति शर्मा ने आदेश में कहा कि इस समय पूरा संसार कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला कर रहा है और यदि इस दीपावली के मौके पर पटाखों को जलाया गया तो कोरोना बीमारी के रोगियों की संख्या में और अधिक वृद्धि हो सकती है।

आयोग ने मुख्य सचिव, गृह सचिव, जिलाधिकारियों और जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि वे मानव मूल्यों की रक्षा करें एवं पटाखों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण से वातावरण को प्रदूषित होने से रोके तथा इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करें। आयोग ने इस संबंध में 12 अक्टूबर तक रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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