ईरान के राष्ट्रपति ने अमेरिका से परमाणु समझौते में लौटने की इच्छाशक्ति दिखाने को कहा

संयुक्त राष्ट्र, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने मंगलवार को कहा कि उनका देश ‘‘शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा हासिल करने’’ का अपना अधिकार कभी नहीं छोड़ेगा। उन्होंने अमेरिका से मांग की कि वह 2015 के परमाणु समझौते में लौटने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाए। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करते हुए रईसी ने कहा कि समझौते से हटने के अमेरिका के फैसले ने उसकी प्रतिबद्धताओं को नुकसान पहुंचाया है और यह ईरान की अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का ‘‘अनुचित जवाब’’ था।

             अमेरिका ने 2018 में समझौते से हटने का एकतरफा फैसला किया था और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए थे। ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के आरोपों से लंबे समय से इनकर करता रहा है। वह बार-बार दोहराता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।  रईसी ने मंगलवार को उच्च स्तरीय सत्र में कहा कि देश के ‘‘रक्षा और सैन्य सिद्धांत में परमाणु हथियारों का कोई स्थान नहीं है।’’

             बहरहाल, संयुक्त राष्ट्र के परमाणु प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा था कि ईरान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) द्वारा लगाए कई कैमरों और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणालियों को हटा दिया है, जिससे देश के परमाणु कार्यक्रम के बारे में कोई भी विश्वसनीय जानकारी देना असंभव हो गया है।

             ग्रॉसी ने पहले चेतावनी दी थी कि अगर तेहरान ‘‘परमाणु’’ बम बनाना चाहता है, तो उसके पास पर्याप्त मात्रा में संवर्धित यूरेनियम है। आईएईए के महानिदेशक ने सोमवार को यह भी कहा था कि उन्होंने बड़ी संख्या में एजेंसी के निरीक्षकों पर तेहरान द्वारा लगाए गए अनावश्यक प्रतिबंधों को खत्म करने की कोशिश के लिए रईसी से मुलाकात करने को कहा है। रईसी ने आईएईए के निरीक्षकों का कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन यूरोपीय संघ (ईयू) ने मंगलवार देर रात एक बयान जारी कर कहा कि उसके शीर्ष राजनयिक जोसेफ बोरेल ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहैन से मुलाकात की है और परमाणु समझौते तथा निरीक्षकों के साथ ही ईयू के कई नागरिकों को ईरान द्वारा मनमाने तरीके से हिरासत में लिए जाने का मुद्दा उठाया है। यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा कि बोरेल ने एक बार फिर ईरान सरकार से रूस के साथ सैन्य सहयोग रोकने का अनुरोध किया है। पश्चिमी देशों का कहना है कि ईरान ने यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को सैन्य ड्रोन की आपूर्ति की है।

             रईसी के महासभा में बयान देने से एक दिन पहले ईरान और अमेरिका ने वर्षों से जेल में बंद अपने पांच-पांच कैदियों को रिहा कर दिया था।  रईसी जब महासभा में बोलने के लिए उठे, तो संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दन हॉल से बाहर चले गए। उन्होंने कुर्दिश-ईरानी महिला महसा अमीनी (22) की तस्वीर थाम रखी थी, जिसकी पिछले साल ईरान में पुलिस हिरासत में मौत के बाद दुनियाभर में विरोध-प्रदर्शन हुए थे।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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