कोच्चि, कांग्रेस ने बुधवार को यह दावा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि नोटबंदी और जीएसटी नरेंद्र मोदी सरकार की गलतियां नहीं, बल्कि छोटे व्यवसायों को नष्ट करने और कुछ चुनिंदा बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए ‘‘सोचसमझ कर’’ उठाये गए कदम थे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संवाद के दौरान, उनसे इन दो आर्थिक कदमों के बारे में सवाल किए गए थे।
रमेश ने दिन के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को एमएसएमई क्षेत्र को नष्ट करने के लिए मोदी सरकार का ‘‘जानबूझकर किया गया प्रयास’’ बताया।
रमेश के अनुसार गांधी ने कहा, ‘‘यह कोई गलती नहीं थी। ये छोटे व्यवसायों, एमएसएमई क्षेत्र को नष्ट करने और कुछ चुनिंदा व्यवसायों, उद्योगों और उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए जानबूझकर उठाए गए कदम थे।’’
रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसलिए, नोटबंदी और जीएसटी को गलतियों के तौर पर देखने के बजाय, उनका (गांधी का) विचार यह था कि वे मोदी की अपने कुछ चुनिंदा उद्योगतियों को लाभ पहुंचाने और छोटे एवं मध्यम व्यवसायों और अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक क्षेत्र को खत्म करने की योजना का हिस्सा थे।’’
उन्होंने कहा कि आईटी और एमएसएमई क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के अलावा, वायनाड के सांसद गांधी ने ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों, केरल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल और 50 अन्य लोगों से मुलाकात की जिनमें प्रख्यात शिक्षाविद, अधिवक्ता, प्रवक्ता, नागरिक समाज के कार्यकर्ता और अन्य नागरिक शामिल थे।
रमेश ने कहा कि केरल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने गांधी को राज्य में मसाला और रबर उत्पादकों की समस्याओं के बारे में एक प्रतिवेदन दिया और राज्य में पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के सीमांकन के मुद्दे का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि वायनाड के सांसद गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे और इन मामलों के बारे में प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखेंगे। रमेश ने कहा कि आईटी और एमएसएमई क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ अपनी बातचीत में, गांधी ने लालफीताशाही के मुद्दे के साथ ही इस पर भी चर्चा की कि यह कैसे प्रभावशाली उद्योगपतियों को नहीं बल्कि केवल छोटे एवं मध्यम व्यवसायों को प्रभावित करता है, क्योंकि यह सब राजनीतिक पहुंच का मामला है।
रमेश ने कहा कि यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस भाजपा से कैसे अलग है, वायनाड के सांसद गांधी ने जवाब दिया कि उनकी पार्टी कम केंद्रीकृत है और निरंकुश नहीं है और उसने असहमति की आवाजों को कभी नहीं दबाया। रमेश के अनुसार गांधी ने कहा कि लोग भाजपा की तुलना में उनकी पार्टी में अधिक खुलकर बोलने में सक्षम हैं।
गांधी ने यह भी कहा कि बेरोजगारी के अलावा, देश के सामने प्रमुख चुनौतियों में से एक कुछ के हाथों में धन और आर्थिक शक्ति का केंद्रीकरण है। रमेश ने कहा कि गांधी के अनुसार कुछ के पास आर्थिक शक्ति का ऐसा केंद्रीकरण भी मोदी सरकार का एक जानबूझकर उठाया गया कदम है।
गांधी ने यात्रा विराम के दौरान अपनी बातचीत की तस्वीरें फेसबुक पर साझा कीं और कहा कि इससे ‘‘उन सभी के वास्ते खुद को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने के लिए एक अनुकूल वातावरण प्रदान करने की दिशा में काम करने को लेकर उनका संकल्प मजबूत हुआ है, ताकि हमारा प्रिय देश उनकी स्वतंत्रता की खुशी में फले फूले।’’ उन्होंने कहा,‘‘भारत प्राचीन और आधुनिक का मिश्रण है, परंपरा और नवाचार का एक संगम है जो सबसे जटिल वैश्विक मुद्दों को भी हल करने की शक्ति रखता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘इस क्षमता को वास्तविकता में तभी बदला जा सकता है जब विचारों को व्यक्त करने, चर्चा करने, बेहतर बनाने और पूरी तरह से लागू करने के लिए मौका दिया जाए। घृणा और क्रोध, भय और अविश्वास का वातावरण इस मौके को पूरी तरह से सिकोड़ देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम न केवल आपकी बात सुन रहे हैं, हम आपके विचारों को सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत जोड़ो यात्रा आपका मंच है..।’’
वहीं कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने भारत जोड़ो यात्रा के प्रतिभागियों के स्वागत के लिए 88 फुट लंबा बैनर लगाने के लिए 20 शीर्ष भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें ऑनलाइन लीं थीं लेकिन उससे इस प्रयास में एक चूक हो गई क्योंकि उसने इसमें वी डी सावरकर की तस्वीर भी शामिल कर दी थी।
कांग्रेस कार्यकर्ता सुरेश अथानी को इस ‘‘गंभीर त्रुटि’’ का एहसास तब हुआ जब एक व्यक्ति ने वी डी सावरकर की तस्वीर वाले बैनर का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। कांग्रेस सावरकर को एक ऐसा व्यक्ति मानती है जिसने अंग्रेजों से माफी मांगकर स्वतंत्रता आंदोलन से दगा किया था।
नाराज एर्नाकुलम जिला कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली पदयात्रा का स्वागत करने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की थी। जिला कांग्रेस कमेटी ने सुरेश को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल निलंबित कर दिया। सुरेश नेदुंबस्सेरी कांग्रेस मंडलम का सचिव था। सुरेश ने कहा कि उन्होंने “गंभीर गलती” की है और पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से उनकी माफी स्वीकार करने की अपील की।
कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास लगे बैनर में सावरकर के चेहरे को बाद में महात्मा गांधी की तस्वीर से ढक दिया गया।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इस घटना को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए इसे राहुल गांधी के लिए “वास्तविकता की अनुभूति” बताया।
यात्रा शाम पांच बजे के बाद यहां कलामास्सेरी नगर निगम कार्यालय से फिर से शुरू हुई और दिन के लिए यात्रा अलुवा में परवूर जंक्शन पर रात करीब आठ समाप्त हुई।
कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर और 150 दिन लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जो जम्मू-कश्मीर में संपन्न होगी।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी और यह एक अक्टूबर को कर्नाटक में प्रवेश करने से पहले 19 दिनों में केरल के सात जिलों से गुजरते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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