एसी की अभूतपूर्व मांग के कारण कंपनियों को विदेशों से मंगवाने पड़ रहे हैं कलपुर्जे

नयी दिल्ली  भारत में इस साल भारी गर्मी के कारण एयर-कंडीशनर (एसी) की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। ऐसे में एसी विनिर्माता कम्प्रेसर  क्रॉस फ्लो पंखे/मोटर और पीसीबी सर्किट जैसे कलपुर्जे विदेशों से हवाई मार्ग से मंगवा रहे हैं  जिससे देश के अधिकांश हिस्सों में जारी भीषण गर्मी के कारण मांग में आई तेजी को पूरा किया जा सके। उद्योग जगत से जुड़े दिग्गजों ने यह बात कही है।

            कंपनियां अपनी उत्पादन और आपूर्ति शृंखला को बरकरार रखने के लिए चीन  ताइवान  थाइलैंड  मलेशिया और जापान जैसे देशों के वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं से कलपुर्जों को आपातकालीन स्थिति में हवाई मार्ग से मंगा रही हैं  क्योंकि पारंपरिक समुद्री मार्ग से आपूर्ति में अधिक समय लगता है।

            कुछ कंपनियों ने तांबे और एल्युमीनियम जैसी धातुओं की कीमतों में चार-पांच प्रतिशत तक की वृद्धि की है  जिससे कीमतों में वृद्धि का बोझ ग्राहकों पर पड़ रहा है।

            कुछ कंपनियों ने कहा कि इसके अलावा  कई स्थानों पर एसी लगाने में एक सप्ताह या उससे अधिक समय लग रहा है क्योंकि मौजूदा सेवा नेटवर्क नए कनेक्शन या सेवा अनुरोधों को संभालने में असमर्थ है।

            डाइकिन एयरकंडिशनिंग इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) कंवलजीत जावा ने कहा कि पिछले तीन महीनों में घरेलू एसी उद्योग में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है  जो उम्मीद से कहीं अधिक है।

            उन्होंने कहा  “कुछ कंपनियों में कुछ कलपुर्जों की कमी थी और उन्हें हवाई मार्ग से भेजा गया होगा  लेकिन उद्योग निश्चित रूप से बहुत ही उत्साहपूर्ण स्थिति में है।”

            एसी कंपनियों ने कहा कि उद्योग के पास यहां उस तरह का कलपुर्जों का सहयोग नहीं है क्योंकि भारत में अब भी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जा रहा है।

            ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी त्यागराजन ने कहा कि उद्योग 25-30 प्रतिशत तक की वृद्धि के लिए तैयार है और किसी ने भी मांग में 70-80 प्रतिशत वृद्धि की योजना नहीं बनाई थी।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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