कठिन शारीरिक श्रम से उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में डिमेंशिया का खतरा कम हो सकता है: शोध

नयी दिल्ली,  शारीरिक रूप से सक्रिय रहने  से उच्च रक्तचाप से पीड़ित बुजुर्ग लोगों में मनोभ्रंश रोग (डिमेंशिया) के खतरे को कुछ कम किया जा सकता है। एक नये शोध में यह जानकारी सामने आई है। मनोभ्रंश रोग (डिमेंशिया) दिमाग की क्षमता का निरंतर कम होना है। इस रोग से ग्रस्त व्यक्ति की याददाशत भी कमजोर हो जाती है और वे अपने दैनिक कार्य ठीक से नहीं कर पाते।  पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में डिमेंशिया का शिकार होने का खतरा अधिक होता है और इससे प्रभावित लोगों में व्यक्ति की याददाश्त और सोचने की क्षमता प्रभावित होती है।

इस शोध में  अमेरिका के वेक फॉरेस्ट विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जांच की कि शारीरिक गतिविधियां उच्च रक्तचाप से पीड़ित बुजुर्ग लोगों में डिमेंशिया के खतरे को कैसे कम कर सकती है।  शोधकर्ताओं ने बताया कि शोध में शामिल लगभग 60 प्रतिशत प्रतिभागियों की आयु 50 वर्ष या उससे अधिक थी। वेक फॉरेस्ट विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में आंतरिक चिकित्सा के सहायक प्रोफेसर रिचर्ड काजीब्वे ने कहा  ‘‘यह अच्छी खबर है कि बड़ी संख्या में बुजुर्ग लोग व्यायाम कर रहे हैं। इससे यह भी पता चलता है कि वृद्ध लोग व्यायाम करने के महत्व को समझते हैं।’’

‘अल्जाइमर्स एंड डिमेंशिया: द जर्नल ऑफ द अल्जाइमर्स एसोसिएशन’ में प्रकाशित अध्ययन के प्रमुख लेखक काजीब्वे ने कहा कि हालांकि यह अध्ययन इस बात का प्रमाण देता है कि व्यायाम करने से उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में डिमेंशिया का खतरा कम किया जा सकता है।शोध में 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के उच्च रक्तचाप से पीड़ित 9 300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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