तिरुवनंतपुरम, मलयालम फिल्मों के अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने अपनी हालिया फिल्म ‘कडुवा’ में दिव्यांगजन के खिलाफ कुछ अनुचित संवाद शामिल किए जाने को लेकर सोमवार को एक बार फिर माफी मांगी और कहा कि आपत्तिजनक संवादों को हटाकर फिल्म का नया संस्करण पुन: प्रमाणीकरण के लिए सेंसर बोर्ड को सौंप दिया गया है।
अभिनेता ने केरल की राजधानी में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुछ संवादों को लेकर सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना के बारे में पता चलने के बाद उन्होंने और फिल्म निर्माण में शामिल अन्य लोगों ने संवादों को हटाने का शनिवार को फैसला किया।
उन्होंने कहा कि अनुचित सामग्री को हटाने के बाद फिल्म का प्रिंट प्रदर्शित करने के लिए सेंसर बोर्ड के पुन: प्रमाणीकरण की आवश्यकता होती है। प्राधिकरण रविवार को काम नहीं करता है, इसलिए इसे सोमवार को सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया और दिन में स्वीकृत संस्करण के मिल जाने की उम्मीद है।
पृथ्वीराज ने कहा कि इस संस्करण के मिलते ही इसे अपलोड के लिए प्रदर्शन प्रणालियों के पास आज रात ही भेज दिया जाएगा।
अभिनेता ने स्पष्ट किया कि विवादित दृश्य या संवादों का मकसद दिव्यांगजन को नीचा दिखाना या उनकी भावनाओं को आहत करना कभी नहीं था।
यह फिल्म सात जुलाई को रिलीज हुई थी। इस फिल्म के एक दृश्य में पृथ्वीराज दिव्यांगजन और उनके माता-पिता के खिलाफ अनुचित बयान देते दिख रहे हैं। इस संवाद की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई और दिव्यांग बच्चों के माता-पिता के एक संघ ने इस मामले को लेकर राज्य दिव्यांगजन आयोग का रुख किया।
राज्य दिव्यांगजन आयोग के आयुक्त ने फिल्मकार कैलास, निर्माता सुप्रिया मेनन और लिस्टिन स्टीफन को नोटिस जारी कर अपमानजनक संवादों के लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगा। इसके तुरंत बाद कैलास और पृथ्वीराज ने इस मामले को लेकर माफी मांगी।
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