कमल हासन और विजय ने सीएए का विरोध किया

चेन्नई, दिग्गज अभिनेता और ‘मक्कल निधि मय्यम’ पार्टी के संस्थापक कमल हासन और अभिनेता विजय ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) लागू किये जाने का मंगलवार को कड़ा विरोध किया। विजय ने हाल ही में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘तमिझागा वेत्री कषगम’ गठित की है। 

हासन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आम चुनाव से पहले सीएए के माध्यम से लोगों को विभाजित करने और सद्भाव को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने कानूनी और राजनीतिक रूप से सीएए का दृढ़ता से विरोध किया है। 

हासन ने कहा, ‘‘अपनी धर्मनिरपेक्ष साख और भारत के संविधान के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप मक्कल निधि मय्यम इस अधिनियम को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने वाली तमिलनाडु की पहली राजनीतिक पार्टी थी।’’ केंद्र सरकार ने सीएए को लागू करने के लिए सोमवार को नियमों को अधिसूचित कर दिया था। 

हासन ने एक बयान में आरोप लगाया कि सीएए को लागू करना भाजपा के ‘नापाक मंसूबों’ को दर्शाता है और शायद यह ‘भारत के उस दृष्टिकोण’ का एक आदर्श उदाहरण है जिसे भाजपा सत्ता में वापस आने पर गढ़ना चाहती है।

हासन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा उपेक्षित और नजरअंदाज किए जाने के बाद अब मुस्लिम भाइयों को रमजान के पहले दिन यह दुखद खबर मिली है, यह घाव पर नमक छिड़कना है।

दिग्गज अभिनेता ने सवाल किया कि अगर सीएए उत्पीड़न के शिकार धार्मिक अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए है, तो इसमें श्रीलंकाई तमिलों को क्यों शामिल नहीं किया गया जिन्होंने इसी तरह की कठिनाइयों का सामना किया है। 

अभिनेता विजय ने सीएए को ‘विभाजनकारी’ करार दिया और कहा कि यह अस्वीकार्य है। लोकप्रिया अभिनेता ने मांग की है कि द्रमुक मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार लोगों को आश्वस्त करे कि तमिलनाडु में सीएए को लागू नहीं किया जाएगा। 

अभिनेता विजय की पार्टी तमिझागा वेत्री कषगम वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी क्योंकि उन्होंने पहले ही घोषणा की थी कि 2026 का विधानसभा चुनाव उनके संगठन के लिए पहला चुनाव होगा। 

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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