कुर्दिश-ईरानी महिला महसा अमीनी को मरणोपरांत यूरोपीय संघ का मानवाधिकार पुरस्कार

स्ट्रासबर्ग (फ्रांस), कुर्दिश-ईरानी महिला महसा अमीनी को मरणोपरांत यूरोपीय संघ के शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। बृहस्पतिवार को यह घोषणा की गई। अमीनी (22) की पिछले साल ईरान में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी और इस घटना के बाद देश के रूढ़िवादी इस्लामी धर्मतंत्र के खिलाफ दुनियाभर में प्रदर्शन हुए थे।

             यूरोपीय संघ के इस पुरस्कार का नाम असंतुष्ट सोवियत नेता आंद्रेई सखारोव के नाम पर रखा गया था। इस पुरस्कार की शुरुआत 1988 में मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले व्यक्तियों या समूहों को सम्मानित करने के लिए की गई थी। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सखारोव का 1989 में निधन हो गया था।

             इस वर्ष इस पुरस्कार के दावेदारों में विल्मा नुनेज डी एस्कोर्सिया और रोमन कैथोलिक बिशप रोलैंडो अल्वारेज शामिल थे जिन्होंने निकारागुआ में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया था। इनके अलावा पोलैंड, अल सल्वाडोर और अमेरिका की तीन महिलाएं भी शामिल थी जो ‘‘मुफ्त, सुरक्षित और कानूनी गर्भपात’’ के लिए लड़ाई का नेतृत्व कर रही हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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