केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने नई दिल्ली में दिल्ली हाट में ‘लोक संवर्धन पर्व’ का उद्घाटन किया

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने दिल्ली हाट में ‘लोक संवर्धन पर्व’ का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। मंत्री ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की योजनाओं और उपलब्धियों पर एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। इसके अलावा, 2024-25 के दौरान 2.5 लाख से अधिक लाभार्थियों को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण देने के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) की एक ऋण योजना भी मंत्री द्वारा जारी की गई। उद्घाटन समारोह के दौरान, एनएमडीएफसी और इंडियन बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब ग्रामीण बैंक के बीच इन बैंकों के माध्यम से एनएमडीएफसी की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के राज्य कौशल विकास मिशनों के बीच एनएमडीएफसी की चैनलाइजिंग एजेंसियों अर्थात् राजस्थान अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास सहकारी निगम (आरएमएफडीसीसी), हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम (एचपीएमएफडीसी) और मौलाना आजाद अल्पसंख्यक आर्थिक विकास महामंडल (एमएएएवीएम), मुंबई के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।लोक संवर्धन पर्व’ पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों को प्रदर्शित कर रहा है। इसके अलावा ‘लोक संवर्धन पर्व’ में एनएमडीएफसी के राज्य चैनलाइजिंग भागीदारों की अनूठी योजनाओं और सफलता की कहानियों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है।अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के प्रमुख ज्ञान भागीदार अर्थात् राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) भाग ले रहे हैं और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के तहत उनके द्वारा समर्थित कारीगरों को प्रदर्शित कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) युवाह युवाओं और उनके सहयोगी संगठनों के माध्यम से कारीगरों के काम को प्रदर्शित कर रहा है। इसके अलावा, युवाह यूनिसेफ, युवा हब, पासपोर्ट टू अर्निंग आदि जैसे मंचों का प्रदर्शन कर रहा है जो युवाओं के लिए सामाजिक आर्थिक और परिवर्तनकारी अवसर प्रदान करते हैं और इस कार्यक्रम में मंत्रालय के साथ सह-ब्रांडेड फोटो बूथ भी है। सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) जैसे विपणन संगठनों को भी कारीगरों के लिए विपणन संपर्क बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा एनएमडीएफसी के ज्ञान भागीदार जैसे अंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली ‘लोक संवर्धन पर्व’ में भाग ले रहे हैं। मंत्रालय सभी अल्पसंख्यक समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत जैसे सिंघी चाम (शेर नृत्य), मणिपुरी नृत्य, भांगड़ा, लंगा और मंगनियार, मांडो, सिद्धि गोमा, करगट्टम, फाग नृत्य और केरल के लोक नृत्य को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन कर रहा है। युवाओं और बच्चों को आकर्षित करने के लिए मंत्रालय सीखने के अनुभव के लिए विभिन्न शिल्पों का प्रदर्शन कर रहा है। लोक संवर्धन पर्व के तहत विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों से जुड़े 162 कारीगरों द्वारा बनाए गए विभिन्न राज्यों के 70 से अधिक उत्कृष्ट हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन प्रतिभागियों में एनआईएफटी, एनआईडी और अन्य परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) के माध्यम से मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के तहत पदोन्नत कारीगर शामिल हैं। इसके अलावा कारीगरों को एनएमडीएफसी की संबंधित राज्य चैनलाइजिंग एजेंसियों द्वारा भी नामित किया गया है। लोक संवर्धन पर्व मंत्रालय के समावेशी विकास कार्यक्रम का प्रमाण है, जिसने साझेदार संगठनों के साथ मिलकर सभी अल्पसंख्यक समुदायों के बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया है। मंत्रालय “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के मंत्र को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। https://x.com/PIB_India/status/1814158592540623200/photo/1

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