गुजरात का विश्वास जीतने के लिए कांग्रेस को ‘बांटों और राज करो’ की रणनीति छोड़नी होगी: मोदी

अहमदाबाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रमुख विपक्षी नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’ में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता रही मेधा पाटकर के शामिल होने को मुद्दा बनाते हुए एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि गुजरात की जनता का विश्वास पुन: हासिल करने के लिए उसे ‘बांटो और राज करो’ की रणनीति त्यागनी होगी।

भावनगर जिले के पालीताना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के पक्ष में सोमवार को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य ने कांग्रेस को इसलिए खारिज कर दिया है क्योंकि एक क्षेत्र व समुदाय के लोगों को दूसरे क्षेत्र व समुदाय के लोगों के खिलाफ भड़काने की उसकी नीति की वजह से राज्य को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है।

उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ऐसे लोगों की मदद को तैयार नहीं है जो ‘‘भारत को तोड़ने की चाह रखने वाले तत्वों’’ का समर्थन करते हों।

ज्ञात हो कि भारत जोड़ो यात्रा में मेधा पाटकर के शामिल होने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी पूर्व की अपनी चुनावी जनसभाओं में भी कांग्रेस पर निशाना साध चुके हैं।

गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान एक दिसंबर को और दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होगा। मतगणना आठ दिसंबर को होगी।

पालीताना की रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि सूखाग्रस्त सौराष्ट्र क्षेत्र में नर्मदा का पानी पहुंचाने की कोशिश में भी कांग्रेस ने रोड़े अटकाने का प्रयास किया था।

उन्होंने कहा कि गुजरात ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जो सरदार सरोवर बांध परियोजना को 40 सालों तक रोकने वालों के साथ यात्रा कर रहे हैं।

विपक्षी कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस की विचारधारा बांटो और राज करो वाली है। गुजरात के पृथक राज्य बनने से पहले उसने गुजराती और मराठी लोगों को एक दूसरे से लड़ाया। बाद में कांग्रेस ने विभिन्न जाति व समुदाय के लोगों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काया। कांग्रेस के ऐसे पापों की वजह से गुजरात को बहुत नुकसान हुआ।’’

उन्होंने कहा कि गुजरात की समझदार जनता ने कांग्रेस की इस रणनीति को समझा और वह इसके खिलाफ एकजुट हो गए तथा ‘‘विभाजनकारी ताकतों’’ को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद यहां स्थितियां बदली हैं और गुजरात पिछले 20 सालों से विकास के रास्ते पर है।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस चुनाव हार रही है क्योंकि लोगों ने एकजुटता दिखाई है। गुजरात की जनता का विश्वास फिर से हासिल करने के लिए कांग्रेस को जातिवाद, सम्प्रदायवाद, वोट बैंक की राजनीति तथा बांटो और राज करो की नीति छोड़ी होगी।’’

उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ऐसे तत्वों की मदद कभी नहीं करेगी जो ‘‘भारत को तोड़ने वाली ताकतों’’का समर्थन करते हों।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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