चीन के अंतरिक्ष यान ने मंगल के करीब कक्षीय समायोजन किया

बीजिंग, पृथ्वी से करीब सात महीने का सफर तय कर कुछ दिनों पहले मंगल ग्रह की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने वाले चीन के अंतरिक्ष यान तियानवेन-1 ने सोमवार को उसकी कक्षा में व्यवस्थित होने के प्रयासों के तहत परिक्रमा (आर्बिटल एडजस्टमेंट) की।

चीन के अंतरिक्षयान से पहले संयुक्त अरब अमीरात का अंतरिक्ष यान ‘होप’ मंगलवार को मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंच चुका है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ बृहस्पतिवार को इस ‘लाल’ गृह पर अपने एक और अंतरिक्ष यान को उतारने की कोशिश करेगा।

चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) ने कहा कि 3000एन इंजन वाले तियानवेन-1 अंतरिक्ष यान को सोमवार को शाम पांच बजे (बीजिंग के समय के मुताबिक) सक्रिय किया गया जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि यान का प्रक्षेपवक्र मंगल के ध्रुवों को पार कर सके।

सीएनएसए ने कहा कि यान को निश्चित कक्षा में प्रवेश कराने से पहले कुछ और कक्षीय समायोजन किये जाएंगे।

इस अंतरिक्ष यान में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर हैं। यह यान धरती से करीब सात महीने की यात्रा के बाद 10 फरवरी को सफलतापूर्वक मंगल की कक्षा में प्रवेश कर गया था।

उम्मीद है कि मंगल की सतह पर लैंडर मई या जून में उतरेगा।

चीनी अंतरिक्ष विज्ञानियों और इंजीनियरों ने यूटोपिया प्लेनीशिया (बड़ा समतल क्षेत्र) के दक्षिणी हिस्से में अपेक्षाकृत समतल हिस्से संभावित लैंडिंग क्षेत्र के तौर पर चुना है।

सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के मुताबिक लैंडिंग के बाद वैज्ञानिक आकलन किया जाएगा और उसके बाद रोवर को छोड़ा जाएगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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