जल जीवन अभियान के और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मोदी ने लिखा देशभर के सरपंचों को पत्र

नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जल जीवन अभियान’ के और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए देश भर के सरपंचों और ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा है और कहा है कि इसके लक्ष्य को गांवों के सामुदायिक नेतृत्व की मदद से पूरा किया जा सकता है।

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने जनता और ग्राम पंचायतों से जल जीवन अभियान को जन आंदोलन बनाए जाने की अपील की। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत वर्ष 2024 तक हर घर को जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

जल शक्ति मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सरपंचों और ग्राम प्रधानों को 29 सितंबर को पत्र लिखकर जल जीवन अभियान के और प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर संपर्क किया है। हर घर जल के लक्ष्य को सरपंचों, ग्राम प्रधानों और गांवों के सामुदायिक नेताओं की सहायता से ही हासिल किया जा सकता है क्योंकि इसके क्रियान्वयन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है।’’ उन्होंने इस मौके पर जिक्र किया कि लोगों के योगदान से कैसे इस अभियान की सफलता इतिहास रच रही है।

मोदी ने कहा कि इस मिशन के माध्यम से जलापूर्ति के मुद्दे को न केवल समाप्त किया जाएगा बल्कि जल जनित रोगों जैसे हैजा, पेचिश, दस्त, इंसेफेलाइटिस, टाइफाइड आदि से निपटने में भी सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा जब पशुओं को सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल प्रदान किया जाता है, तो इससे न केवल उनके स्वास्थ्य में सुधार आता है बल्कि वह उनकी उत्पादकता में सुधार लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस प्रकार से परिवारों की आय में भी सुधार होता है।

बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री का यह पत्र ऐसे समय में लिखा गया है जब पूरा देश अपनी क्षमता के साथ कोरोना महामारी से लड़ रहा है और साथ ही आत्मनिर्भर बनने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठा रहा है।

प्रधानमंत्री ने पत्र में सड़क, आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली, बैंक खाता और सभी लोगों को पेंशन प्रदान करने की दिशा में केंद्र सरकार द्वारा पिछले छह वर्षों में किए गए प्रयासों का भी उल्लेख किया है।

मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार से पानी की कमी से महिलाओं और बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने आग्रह किया कि महिलाएं जल प्रबंधन में अग्रणी भूमिका निभाएं क्योंकि इसको महिलाओं द्वारा सर्वोत्तम रूप से किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें केवल एक सुविधा प्रदाता की भूमिका निभा सकती है जबकि महिलाएं ग्रामीण स्तर पर पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम में शीर्ष स्तर पर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जल जीवन अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उत्पन्न करने का एक साधन भी है। कोरोना वायरस महामारी के कारण स्वदेश वापस लौटे प्रवासी कामगारों के लिए गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत इस मिशन को प्राथमिकता प्रदान की गई है।’’

प्रधानमंत्री ने पत्र के जरिए सरपंचों और प्रधानों से अपने और सरकार दोनों के लिए सुझाव आमंत्रित किए। साथ ही सभी लोगों के अच्छे स्वास्थ्य और सुरक्षा की कामना की।

जल जीवन मिशन को राज्यों के साथ मिलकर कार्यान्वित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को पीने का जल उपलब्ध कराना है। पिछले एक वर्ष में, पूरे देश में 2.30 करोड़ से ज्यादा घरों में नल जल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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