जापोरिज्जिया संयंत्र की सुरक्षा को लेकर नयी चिंता के बीच संरा परमाणु निगरानी प्रमुख यूक्रेन पहुंचे

कीव, संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था के प्रमुख ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा के संबंध में चिंताओं पर यूक्रेन में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। इस संयंत्र के पास हमलों की हाल में जानकारी मिली थी।

             अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी की फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से क्षेत्र की यह 10वीं यात्रा है।

            ग्रॉसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था कि वह ‘‘परमाणु दुर्घटना को रोकने में मदद करने’’ के लिए जापोरिज्जिया जा रहे हैं।

             जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र 2022 में पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के मद्देनजर रूस के नियंत्रण में आ गया था। संयंत्र के संचालक ‘एनर्जोएटम’ ने बताया कि क्षेत्र में हाल में गोलाबारी की गई जिससे संयंत्र की बिजली तक पहुंच की प्रणाली को नुकसान पहुंचा। उसने इन हमलों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया।

             विश्लेषकों का कहना है कि जापोरिज्जिया संयंत्र में विस्फोट से विकिरण उत्पन्न होगा और दहशत फैलने का खतरा है लेकिन विस्फोट स्थल के निकटवर्ती क्षेत्र से परे विकिरण का जोखिम अपेक्षाकृत कम होगा और 1986 की चेर्नोबिल आपदा जैसी स्थिति नहीं होगी। इसके अलावा  अगर हवा पूर्व दिशा में बहती है  तो विकिरण रूस की ओर बढ़ सकता है।

            आईएईए का कहना है कि जापोरिज्जिया क्षेत्र में जारी हमलों और देश के ग्रिड को नुकसान पहुंचने से यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा स्टेशन के लिए महत्वपूर्ण बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। निगरानी संस्था ने कहा कि जापोरिज्जिया में उसके कर्मचारियों को हाल में क्षेत्र में ड्रोन हमले के कथित खतरे के कारण घर के अंदर शरण लेनी पड़ी।

             आईएईए विशेषज्ञों और अधिकारियों की एक टीम के साथ यात्रा कर रहे ग्रॉसी ने कीव में कई बैठकें कीं। उन्होंने ऊर्जा मंत्री हरमन हालुशेंको के साथ भी बातचीत की।

             यूक्रेन के क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेडोरोव ने बताया कि जापोरिज्जिया में सोमवार रात में एक होटल पर रूसी हवाई हमला हुआ  जिसमें आठ वर्षीय एक लड़के और एक महिला की मौत हो गई।   फेडोरोव ने बताया कि दो अन्य लोग घायल हुए हैं  जिनमें एक 12 वर्षीय लड़की भी शामिल है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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