दक्षिण कोरिया के नेता ने उत्तर कोरिया, रूस के बीच हथियार सहयोग पर दुनिया के देशों को आगाह किया

संयुक्त राष्ट्र, उत्तर कोरिया और रूस के बीच हाल में हुए संवाद को लेकर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने दुनिया के अन्य देशों को आगाह करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य रूस द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को दरकिनार करने की कोई भी कार्रवाई खतरनाक और ‘‘विरोधाभासी’’ होगी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष अपने संबोधन में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की पिछले सप्ताह की रूस यात्रा का जिक्र किया। किम ने रूस के सुदूरवर्ती पूर्वी क्षेत्र में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने कहा था कि वे रक्षा मुद्दे पर सहयोग कर सकते हैं लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई विशिष्ट जानकारी नहीं दी। इससे दक्षिण कोरिया और अमेरिका सहित उसके सहयोगी देश असहज हो गए थे। यूं ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के नेताओं के वार्षिक कार्यक्रम के दूसरे दिन अपने साथी नेताओं को बताया, ‘‘यह विरोधाभासी है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक स्थायी सदस्य, जिसे विश्व शांति के अंतिम संरक्षक का जिम्मा सौंपा गया है, वह दूसरे संप्रभु राष्ट्र पर आक्रमण करके युद्ध छेड़ देता है और एक ऐसे शासन से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करेगा जो सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन करता है।’’ यूं ने कहा, ‘‘अगर उत्तर कोरिया रूस को पारंपरिक हथियार देने के बदले में अपने सामूहिक विनाश के हथियारों को बढ़ाने के लिए ‘‘आवश्यक सूचना और प्रौद्योगिकी प्राप्त करता है’’, तो यह दक्षिण कोरिया के लिए भी अस्वीकार्य होगा।’’’ रूस और उत्तर कोरिया के बीच इस तरह का समझौता सीधे तौर पर न केवल यूक्रेन बल्कि कोरिया गणराज्य की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा होगा। दक्षिण कोरिया ने यूक्रेन के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। यूक्रेन 2022 में अपने क्षेत्र पर रूसी आक्रमण के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में यूं ने कहा कि सियोल अगले साल यूक्रेन को 30 करोड़ डॉलर का योगदान देगा और दो अरब डॉलर से अधिक का सहायता पैकेज देगा।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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