दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा पर दिल्ली को कम पानी छोड़ने का आरोप लगाया

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है हरियाणा दिल्ली को कम पानी छोड़ रहा है। आतिशी ने कहा, “हरियाणा सरकार लगातार कह रही है- हम समझौते के मुताबिक दिल्ली के लिए पूरा पानी यानी 1050 क्यूसेक प्रतिदिन छोड़ रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार के हलफनामे ने उनके झूठ की पोल खोल दी है। हरियाणा के अपने आंकड़े कहते हैं- 1 मई से 25 मई तक मुनक नहर की दो शाखाओं- सीएलसी और डीएसबी में 719 क्यूसेक और 330 क्यूसेक पानी छोड़ा गया यानी 1049 क्यूसेक। दिल्ली पिछले एक हफ्ते से जल संकट से जूझ रही है और मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। इस दौरान 9 और 10 जून को सीएलसी में सिर्फ 675 क्यूसेक और डीएसबी में 310 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यानी 1050 क्यूसेक की जगह सिर्फ 985 क्यूसेक। हरियाणा सरकार ने खुद ही सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे के जरिए अपने झूठ की पोल खोल दी है। साफ है कि हरियाणा सरकार दिल्ली के लोगों को पानी की आपूर्ति रोक रही है।” दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है और इस समय दिल्ली में पानी की खपत भी बढ़ गई है। लेकिन हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रही है। इस वजह से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं। जब हम इस बारे में हरियाणा सरकार से बात करते हैं तो वे कहते हैं कि वे पूरा पानी छोड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में उनके द्वारा दायर हलफनामे से उनका झूठ उजागर हो गया है। हरियाणा सरकार द्वारा खुद सुप्रीम कोर्ट को दिए गए आंकड़ों ने हरियाणा सरकार के झूठ की पोल खोल दी है। यह साफ हो गया है कि हरियाणा सरकार सिर्फ 985 लीटर पानी ही छोड़ रही है।1050 क्यूसेक की जगह 1050 क्यूसेक पानी मिल रहा है, जो दिल्ली पहुंचते-पहुंचते और कम हो जाता है। इस कारण दिल्ली में पानी की कमी हो रही है। हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना कर रही है।Photo : Wikimedia

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