नयी फिल्में रिलीज नहीं होने से सिनेमा उद्योग को सामान्य होने में समय लगेगा

भोपाल/ इन्दौर , कोविड-19 लॉकडाउन के कारण करीब सात महीने से बंद मल्टीप्लेक्स-सिनेमा हॉल बृहस्पतिवार से खुल रहे हैं लेकिन इस कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि इस सिनेमा व्यवसाय को सामान्य होने में समय लगेगा।

भोपाल सिने ओनर्स एसोसिऐशन के सचिव ऐजाजुद्दीन ने बुधवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘संभवत: एक मल्टीप्लेक्स को छोड़कर भोपाल में कोई अन्य सिनेमाघर 15 अक्टूबर से नहीं खुल रहा है। दर्शकों की आधी क्षमता और पुरानी फिल्मों के प्रदर्शन के कारण सिनेमाघर का संचालन व्यावसायिक हित में नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते कोई फिल्म निर्माता नई फिल्म रिलीज करने का जोखिन नहीं उठा रहा है ऐसे में हमें पुरानी फिल्मों से ही शो शुरु करने होंगे, जिसके लिये दर्शक उपलब्ध नहीं होगें। उन्होंने कहा कि सरकार से पिछले छह माह का बिजली का बिल माफ करने तथा संपत्ति कर को आधा करने की भी मांग की गई है।

इन्दौर के सिनेमा हॉल के मालिक आदर्श रामलाल यादव ने भी इस तरह के भाव प्रकट किये। इसके साथ ही उन्होंने छह माह बाद अपना सिनेमाघर आधे कर्मचारियों के साथ शुरु करने की बात कही। उन्होंने कहा, निर्माता नई फिल्म रिलीज नहीं कर रहे हैं इसलिये हमें पुरानी फिल्में दिखानी होंगी। इसके साथ ही कोरोना दिशा निर्देशों के चलते आधी दर्शक संख्या और तीन शो के साथ कारोबार शुरु करने की बाध्यता भी है। उन्होंने कहा कि पिछले छह माह से काफी नुकसान उठा चुके हैं अब कर्मचारियों को देखते हुए सिनेमा शुरु कर रहे हैं लेकिन अनिश्चिता बनी हुई है कि ऐसे में सिनेमाघर चला पायेंगे या नहीं।

यादव ने भी सिनेमाघर बंद रहने की अवधि का बिजली का बिल माफ करने और संपत्ति कर में 50 फीसद की छूट देने की मांग की है।

फिल्म वितरकों के संगठन सेंट्रल सर्किट सिने एसोसिएशन के निदेशक ओपी गोयल ने बुधवार को इन्दौर में पीटीआई-भाषा को बताया कि शहर में बृहस्पतिवार से दो मल्टीप्लेक्स और एकल परदे वाले दो सिनेमाघर 50 प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ खुलेंगे।

गोयल ने बताया कि दो गज की दूरी के नियम का पालन करते हुए सिनेमाघरों में हर दर्शक के पास की सीट खाली रखी जाएगी।

उन्होंने कहा, “लम्बे अंतराल के बाद सिनेमाघरों में फिल्में दिखायी जाएंगी। लेकिन फिलहाल यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कितने दर्शक सिनेमाघर पहुंचेंगे?”

कारोबारी सूत्रों के मुताबिक शहर में एकल परदे वाले छह सिनेमाघर हैं, जबकि अलग-अलग मल्टीप्लेक्स में 40 से ज्यादा परदे हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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