नार्वे में शरण मांग रहा वैगनर समूह का पूर्व सदस्य गिरफ्तार

कोपनहेगन (डेनमार्क), नार्वे में शरण मांग रहे रूस की प्राइवेट सैन्य ठेकेदार कंपनी ‘वैगनर समूह’ के उच्च श्रेणी के एक पूर्व सदस्य को पुलिस ने अवैध रूप से देश में प्रवेश करने की आशंका पर हिरासत में ले लिया है। सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी।

यूक्रेनी सेना के खिलाफ हमलों का नेतृत्व करने वाले वैगनर समूह में बड़ी संख्या में रूसी जेलों से भर्ती किए गए अपराधी शामिल हैं। यह समूह अफ्रीका में भी बहुत प्रभावशाली हो गया है।

नार्वे की आव्रजन पुलिस के जॉन एंड्रियास जोहान्सन ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि रूसी एंड्रे मेदवेदेव को आव्रजन कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है और इस बात का आकलन किया जा रहा है कि उसे हिरासत में लेने के लिए पेश किया जाना चाहिए या नहीं।

नार्वे के वीजी समाचारपत्र ने कहा कि उसे हिरासत में लेना कोई दंड नहीं है, लेकिन यह एक सुरक्षा उपाय है। नार्वे के उनके वकील ब्रायनजुल्फ रिसनेस फिलहाल प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए उपलब्ध नहीं थे।

मेदवेदेव ने कहा कि वे अपने जीवन को लेकर डरे हुए हैं। माना जा रहा है कि मेदवेदेव ने इस महीने की शुरुआत में रूस के साथ देश की 198 किलोमीटर लंबी सीमा पार करने के बाद अवैध रूप से नॉर्वे में प्रवेश किया है।

रूस के बागी समूह गुलागु डॉट नेट की ओर से पोस्ट किये गये एक वीडियों में मेदवेदेव ने कहा कि नॉर्वे में प्रवेश करने से पहले उन्हें रूसी गोलीबारी का सामना करना पड़ा।

वैगनर समूह से अलग होने के बाद से फरार मेदवेदेव ने कथित तौर पर गुलागु डॉट नेट को बताया कि वह छद्यम अर्धसैनिक समूह और उसके मालिक येवगेनी प्रिगोझिन के बारे में सब कुछ बताने के लिए तैयार हैं जिसके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ संबंध हैं।। उन्होंने कहा कि बिना उनकी सहमति के कांट्रैक्ट बढ़ाने पर उन्होंने समूह को छोड़ दिया।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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