पंड्या और पंत का जलवा, भारत ने इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर श्रृंखला जीती

मैनचेस्टर, भारत ने हार्दिक पंड्या के हरफनमौला प्रदर्शन और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (नाबाद 125) के पहले वनडे शतक की बदौलत रविवार को यहां निर्णायक वनडे में इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की।

भारत ने पहला वनडे 10 विकेट से जीता था जबकि दूसरे वनडे में इंग्लैंड ने 100 रन की जीत से बराबरी हासिल की थी।

पंड्या ने पहले 24 रन में चार विकेट झटककर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और फिर 71 रन की अर्धशतकीय पारी खेली जिसमें 10 चौके जड़े थे।

पंत ने 113 गेंद में 16 चौके और दो छक्के लगाये। जिसमें उन्होंने 42वें ओवर में डेविड विली पर लगातार पांच चौके भी जड़े।

भारत ने बल्लेबाजी का न्योता देने के बाद पंड्या के चार विकेट और अनुशासित गेंदबाजी से इंग्लैंड को 45.5 ओवर में 259 रन पर समेटने के बाद यह लक्ष्य 42.1 ओवर में हासिल कर लिया।

भारतीय टीम के शीर्ष क्रम को हालांकि बायें हाथ के तेज गेंदबाज रीस टॉप्ले (35 रन देकर तीन विकेट) ने झकझोर दिया था। पर इसके बाद पंड्या और पंत ने संकटमोचक की भूमिका निभाते हुए पांचवें विकेट के लिये 133 रन की साझेदारी की और टीम को मुश्किल से निकाला।

फिर पंत ने रविंद्र जडेजा (नााबद 07) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिये नाबाद 56 रन की साझेदारी निभायी जिससे भारत ने 47 गेंद रहते पांच विकेट पर 261 रन बनाकर श्रृंखला जीती।

टॉप्ले ने कप्तान रोहित शर्मा (17), शिखर धवन (01) और विराट कोहली (17) के विकेट झटके जिससे भारत ने 38 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे।

रोहित ने पहले ही ओवर में टॉप्ले की गेंद पर मिड विकेट क्षेत्र में और फिर अगले ओवर में डेविड विली पर दो शानदार चौके जड़े।

टॉप्ले ने पहले धवन और फिर रोहित को पवेलियन भेजा। पांच ओवर में टीम ने 21 रन पर दो विकेट गंवा दिये थे।

खराब फॉर्म को लेकर चर्चा का केंद्र बने हुए कोहली ने विली पर तीन चौके लगाकर बड़ी पारी खेलने की उम्मीद बंधाई थी पर टॉप्ली की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेट के पीछे कैच देकर आउट हुए।

पंत और सूर्यकुमार यादव (28 गेंद में 16 रन) ने संभलकर खेलते हुए 15 ओवर तक टीम का स्कोर तीन विकेट पर 68 रन पहुंचाया।

पर सूर्यकुमार ऑफ स्टंप से बाहर जाती उछाल भरी गेंद पर बल्ला लगाकर विकेटकीपर को आसान कैच दे बैठे जिससे भारत को 72 रन पर चौथा झटका लगा।

पहले पंड्या ने 43 गेंद में सात चौके से अपने करियर का सातवां अर्धशतक पूरा किया। भारतीय टीम 30 ओवर में चार विकेट पर 152 रन बना चुकी थी।

फिर पंत ने 71 गेंद में पांचवें चौके से अपने 50 रन पूरे किये। पंत ने 35वें ओवर की अंतिम गेंद पर क्रेग ओवरटन की गेंद पर लांग ऑन पर पारी का पहला छक्का जमाया, जिससे पहली गेंद को उन्होंने चौके के लिये भेजा था।

इससे भारत को जीत के लिये 15 ओवर में 63 रन की जरूरत थी। पंड्या ने जल्दी मैच खत्म करने की कोशिश में ब्रायडन कार्स पर लगातार दो चौके लगाये, पर अगली ही गेंद पर उनकी पारी समाप्त हो गयी।

पंड्या (55 गेंद) कार्स की शार्ट गेंद को जल्दी खेल बैठे और मिडविकेट पर स्टोक्स ने शानदार कैच लपक लिया जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 205 रन था।

पंत टीम को आसानी से जीत तक ले गये और रिवर्स स्विप से चौका लगाकर स्टाइल से जीत दिलायी।

इससे पहले इंग्लैंड के लिये कप्तान जोस बटलर 80 गेंद में 60 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। लेकिन पारी के पहले हिस्से में गुजरात के आल राउंडर पंड्या ने अपनी शानदार गेंदबाजी से दबदबा बनाया और टी20 विश्व कप के लिये प्रतिद्वंद्वी टीम को कड़ी चेतावनी भी दी।

चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह खेल रहे मोहम्मद सिराज ने दिन के खेल में अपनी तीसरी ही गेंद पर जॉनी बेयरस्टो का विकेट झटक लिया जिससे उनके आत्मविश्वास में काफी बढ़ोतरी हुई होगी। इंग्लैंड के इस सलामी बल्लेबाज ने लेग साइड की ओर गेंद खेली लेकिन गेंद बल्ला छूकर मिड ऑफ पर खड़े श्रेयस अय्यर के हाथों में चली गयी।

सिराज ने फिर जो रूट का विकेट झटक लिया। इंग्लैंड के खिलाड़ी ने उनकी बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआ दिया और दूसरी स्लिप में खड़े कप्तान रोहित शर्मा ने इसे लपक लिया।

इस तरह इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे दो बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन लौट चुके थे और टीम दूसरे ओवर में 12 रन पर दो विकेट गंवाकर मुश्किल में थी।

इससे पहले जेसन रॉय (41) ने मोहम्मद शमी पर तीन बाउंड्री लगायी थी जिसमें से एक चौका मैच की पहली ही गेंद पर मिड-ऑफ पर लगा था।

रोहित ने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया, हालांकि ओल्ड ट्रैफर्ड पर पिछले नौ मैचों में से आठ में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है।

बटलर पहले बल्लेबाजी करने से खुश थे और बुमराह का नहीं खेलना मेजबानों के लिये खुशी की खबर था। लेकिन उन्हें कहां पता था कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार बुमराह की अनुपस्थिति में भी विपक्षी टीम उनकी पारी में इतनी जल्दी विकेट झटक लेगी और वो भी बल्लेबाजों की मुफीद पिच पर।

बेन स्टोक्स ने दिखाया कि यह पिच बल्लेबाजी के लिये कितनी अच्छी थी। रॉय और स्टोक्स ने संभलकर खेलते हुए पारी आगे बढ़ायी लेकिन दोनों के बीच 54 रन की साझेदारी बनने के बाद पंड्या ने इसका अंत किया। पंड्या ने कसी लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करते हुए रॉय को विकेट के पीछे कैच आउट कराया। इस तरह इंग्लैंड ने 66 रन पर तीसरा विकेट खो दिया।

पंड्या ने अपने छोर से दबाव बनाये रखा और जल्द ही उन्होंने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। उन्होंने अपना दूसरा विकेट मेडन ओवर में लिया।

भारत कसी गेंदबाजी कर रहा था जिससे इंग्लैंड की टीम रॉय के आउट होने के बाद सात ओवर में केवल 16 रन ही बना सकी।

सिराज ने वापसी करते हुए तीन गेंद में दो बार बटलर के हेलमेट पर हिट किया। दोनों मौकों पर फिजियो को ‘कनकशन प्रोटोकॉल’ के तहत बल्लेबाज की जांच करनी पड़ी।

इंग्लैंड के कप्तान ने इस बीच युजवेंद्र चहल (60 रन देकर तीन विकेट) पर लांग आन में एक छक्का जड़ा जबकि मोईन अली (34 रन) ने सिराज पर छह रन बनाये। इसके बाद दोनों ने फिर इसी क्रम में एक एक छक्के जमाये।

मोईन को रविंद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया। इस भारतीय आल राउंडर ने साथ ही डीप स्क्वायर लेग से भागते हुए पंड्या की गेंद पर लियाम लिविंगस्टोन (27 रन) का एक शानदार कैच भी लपका जिससे टीम ने 198 रन पर छह विकेट खो दिये थे। पंड्या ने फिर दो गेंद बाद बटलर को अपना चौथा शिकार बनाया।

चहल ने डेविड विली (18 रन), क्रेग ओवरटन (32 रन) और रीस टॉप्ले (शून्य) को आउट कर इंग्लैंड की पारी समाप्त की।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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