पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पीएमएल-एन ने इमरान खान की पार्टी के साथ वार्ता का विरोध किया

इस्लामाबाद, विपक्षी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के साथ “अप्रत्यक्ष वार्ता” की खबरों के बीच सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के साथ बातचीत का कड़ा विरोध किया है। योजना मंत्री अहसान इकबाल ने शनिवार को पीटीआई के साथ किसी भी तरह की बातचीत के लिए शर्त रखी कि पार्टी के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले साल नौ मई को कथित तौर पर हिंसा भड़काने के लिए माफी मांगें। ‘डॉन न्यूज’ की खबर के अनुसार भ्रष्टाचार के एक मामले में 71 वर्षीय खान की गिरफ्तारी के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में सैन्य प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक संपत्तियों पर हमले हुए। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी के साथ बातचीत का विरोध करते हुए कहा कि वह ऐसी किसी भी वार्ता के पक्ष में नहीं हैं। इससे पहले सत्तारूढ़ दलों ने खान द्वारा स्थापित पार्टी को कई बार शांति प्रस्ताव दिया था लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि खान ने कहा था कि वह केवल उन लोगों के साथ बातचीत करेंगे जिनके पास देश में वास्तविक शक्ति है। सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं का यह बयान ऐसी खबरों के बीच आया है कि पीएमएल-एन ने पीटीआई के साथ बातचीत के लिए पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (पीकेएमएपी) के अध्यक्ष महमूद खान अचकजई से कथित तौर पर संपर्क किया है। अचकजई को जेल में बंद खान ने सत्तारूढ़ दलों के साथ बातचीत करने के लिए नामित किया था। वह विपक्षी गठबंधन तहरीक-ए-तहफ्फुज-ए-आइन-ए-पाकिस्तान के भी प्रमुख हैं। खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए आसिफ ने पत्रकारों को बताया कि वह “पीकेएमएपी अध्यक्ष से बात करने के लिए नियुक्त टीम” का हिस्सा नहीं हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या पीटीआई के साथ बातचीत की जानी चाहिए तो पीएमएल-एन के दिग्गज नेता ने कहा “मैं बातचीत के पक्ष में नहीं हूं।” इकबाल ने पीटीआई के साथ तब तक बातचीत का भी विरोध किया जब तक खान “9 मई को हुई हिंसा के लिए माफी नहीं मांगते।” हालांकि सरकार के साथ बातचीत के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पीटीआई नेता असद कैसर ने प्रस्ताव की गंभीरता पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार बातचीत को लेकर अनिश्चित है और विरोधाभासी बयान दे रही है। उन्होंने कहा कि पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ के बयान के बाद रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया कि सरकार पीटीआई से बात नहीं करेगी। नेशनल असेंबली में पीटीआई के विपक्ष के नेता उमर अयूब ने भी कहा कि उनकी पार्टी बातचीत के लिए तैयार है बशर्ते कि शहबाज प्रशासन खान सहित पीटीआई नेताओं को रिहा कर दे।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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