प्रज्वल रेवन्ना को स्वदेश लाने की कोशिश की जा रही है : कर्नाटक के गृहमंत्री

बेंगलुरु  कर्नाटक के गृहमंत्री जी.परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों का सामना कर रहे हासन के मौजूदा सांसद प्रज्वल रेवन्ना को स्वदेश लाने की कोशिश की जा रही है।  उन्होंने जोर देकर कहा कि मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) प्रभावी तरीके से काम कर रही है।  जनता दल सेक्युलर के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवेगौड़ा के पोते 33 वर्षीय प्रज्वल पर कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगे हैं।  इस घटना को लेकर कर्नाटक में सियासी पारा चढ़ा हुआ है और राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं जद(एस) गठबंधन के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। 

खबरों के मुताबिक प्रज्वल 27 अप्रैल को जर्मनी चले गए थे और अब भी विदेश में हैं। वह हासन लोकसभा सीट से भाजपा-जद(एस) के साझा उम्मीदवार है जहां पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। 

प्रज्वल के खिलाफ इंटरपोल द्वारा ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी करने के सवाल पर परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा  ‘‘प्रक्रिया जारी है  जब तक उन्हें वापस लाकर कानून के तहत कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की जाती तब तक हमारी कोशिश जारी है। हमने प्रक्रिया को न तो धीमा किया है और न ही रोका है।’’

भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार प्रज्वल के ‘देश से जाने’ के लिए जिम्मेदार है। इस बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा  ‘‘ वे ऐसा कहेंगे  उन्हें ऐसा ही कहना है। वे यह नहीं कह सकते कि सरकार अच्छा काम कर रही है लेकिन हमारी सरकार के तौर पर जिम्मेदारी है। ऐसी चीजों को हल्के में नहीं लिया जाएगा। हम अपना काम कर रहे हैं।’’ जद(एस) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार प्रज्वल से जुड़े कथित ‘सेक्स स्कैंडल वीडियो’ मामले के पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के बजाय देवेगौड़ा के परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जांच से जुड़ी प्रत्येक जानकारी मांड्या जिले के एक कांग्रेस विधायक को भेजी जा रही है न कि राज्य के गृहमंत्री को।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए परमेश्वर ने कहा  ‘‘कुमारस्वामी भी अच्छी तरह से जानते हैं  कई चीजें हम सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं  क्योंकि जांच जारी है। मांड्या विधायक को कौन जानकारी देगा  ऐसे आरोप लगाना आसान है। हम सभी की जिम्मेदारी है और हम इस जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं और किसी दबाव में नहीं।’’उन्होंने कहा  ‘‘मैं उन्हें (कुमारस्वामी को) बताना चाहता हूं कि एसआईटी प्रभावी तरीके से काम कर रही है और उसे मुझे या मुख्यमंत्री को जो भी जानकारी देनी है  वे देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

%d bloggers like this: