प्रधानमंत्री मोदी ने अपने यूनानी समकक्ष से द्विपक्षीय वार्ता की

एथेंस, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यूनान के अपने समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।पिछले 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूनान यात्रा है।मित्सोताकिस ने राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोलू के साथ मोदी की बैठक के बाद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।इससे पहले, मोदी ने यूनान की राष्ट्रपति से कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की जीत है। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान अभियान की सफलता पर यूनानी राष्ट्रपति की ओर से दी गई शुभकामनाओं के लिए आभार जताया।मोदी ने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 मिशन द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के निष्कर्षों से पूरी वैज्ञानिक बिरादरी और मानव जाति को मदद मिलेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की जीत नहीं है, यह पूरी मानवता की जीत है।’’इससे पहले ढोल-नगाड़ों की थाप और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री मोदी का एथेंस में उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों ने जोरदार स्वागत किया।तिरंगा थामे वहां खड़े कई लोगों ने प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी ली, उनसे ऑटोग्राफ लिए तथा उनसे हाथ भी मिलाया।प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है।इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया।मोदी, यूनान के प्रधानमंत्री मित्सोताकिस के निमंत्रण पर यहां आए हैं। वह दक्षिण अफ्रीका से यहां यूनान की राजधानी पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं ताकि उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके। यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से प्रधानमंत्री का स्वागत किया।यूनान के इस प्राचीन शहर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘गुमनाम सैनिकों के मकबरे’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की।भारत के किसी शीर्ष नेतृत्व की यूनान की आखिरी उच्चस्तरीय यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी। गुमनाम सैनिकों का मकबरा एथेंस में सिंटाग्मा स्क्वायर में स्थित एक युद्ध स्मारक है, जो पुराने रॉयल पैलेस के सामने है। यह विभिन्न युद्धों के दौरान मारे गए यूनान के सैनिकों को समर्पित है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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