प्रधानमंत्री मोदी श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह का नेतृत्व करेंगे

नयी दिल्ली, आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य समारोह 21 जून को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जाधव ने कहा कि इस साल योग दिवस का मुख्य विषय ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग की दोहरी भूमिका को रेखांकित करता है। जाधव ने कहा कि योग अंतर-आत्मा और बाहरी दुनिया के बीच संबंध के प्रसार को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा ‘‘योग सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देते हुए शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक विकास को मजबूती देता है। हाल के वर्षों में लाखों लोगों की उत्साहपूर्ण भागीदारी समुदायों पर योग के गहरे प्रभाव को दर्शाती है।’’उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रत्येक ग्राम प्रधान को पत्र लिख कर जमीनी स्तर पर भागीदारी और ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है। जाधव ने दृष्टिबाधित लोगों को सुविधा के साथ योग सीखने और अभ्यास करने में सहायता करने के लिए ‘ब्रेल में कॉमन योग प्रोटोकॉल बुक’ स्क्रिप्ट लॉन्च की। मंत्री ने योग पर प्रोफेसर आयुष्मान कॉमिक भी लॉन्च किया। यह पुस्तक बच्चों को रुचि और मनोरंजन के साथ योग सीखने और अभ्यास करने में मदद करेगी। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 में हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की थी। दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) का योग दिवस प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर आया था और इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया था। जाधव ने कहा कि 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में एक जन आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है। आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक उत्सव नहीं है बल्कि व्यवहार परिवर्तन लाने का एक ठोस प्रयास भी है ताकि लोग योग को अपने जीवन में अपनाएं और उन्हें योग का लाभ मिल सके। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोहों के प्रति सरकार के समग्र दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला विभिन्न सरकारी विभागों में समन्वित प्रयासों और प्रत्येक वर्ष एक समावेशी और व्यापक पालन सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया। राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश भी योग दिवस में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम भी सक्रिय रूप से कार्यक्रमों के आयोजन में लगी हुई है। इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कई कार्यक्रमों का गवाह बनेगा जिसमें ‘अंतरिक्ष के लिए योग’ भी शामिल है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से ‘अंतरिक्ष के लिए योग’ नामक एक अनूठी पहल का आयोजन किया जा रहा है जिसमें इसरो के सभी वैज्ञानिक/अधिकारी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर साझा योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) करेंगे। गगनयान परियोजना टीम भी योग दिवस 2024 में भाग लेगी। आयुष मंत्रालय ने पहले ही ‘माई गोव’ और ‘माई भारत’ पोर्टल के माध्यम से योग के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को योग दिवस 2024 की तैयारी करने और सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रेरित करने के वास्ते एक वीडियो प्रतियोगिता शुरू की है। प्रतियोगिता के एक भाग के रूप में परिवारों को एक मिनट तक सामंजस्यपूर्ण योग प्रदर्शन लघु वीडियो रिकॉर्ड करना होगा। योग के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने माई गोव और माई भारत पोर्टल पर ‘योग टेक चैलेंज’ का आयोजन किया है जिसका उद्देश्य उन स्टार्ट-अप या व्यक्तियों की पहचान करना और बढ़ावा देना है जिन्होंने योग से संबंधित उपकरण विकसित किए हैं। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के वैश्विक जश्न का नेतृत्व मोदी ने अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में किया था जबकि मध्य प्रदेश के जबलपुर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय उत्सव का नेतृत्व किया था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उत्सव 45 मिनट के एक सामंजस्यपूर्ण योग प्रदर्शन द्वारा संपन्न किया जाता है जिसे कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) कहा जाता है। सीवाईपी प्रदर्शनों के वीडियो यूट्यूब पर 22 भारतीय भाषाओं संयुक्त राष्ट्र की छह भाषाओं और नौ अन्य विदेशी भाषाओं में उपलब्ध हैं।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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