फारूक अब्दुल्ला की राजनीतिक जीवनी का विमोचन

नयी दिल्ली, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के जीवन पर एक नयी पुस्तक का सोमवार को विमोचन किया गया। फिंगरप्रिंट पब्लिशिंग ने यह घोषणा की। ‘फारूक ऑफ कश्मीर’ शीर्षक वाली यह पुस्तक अब्दुल्ला की बाल्यावस्था से लेकर उनके कश्मीर के एक लोकप्रिय नेता बनने तक के सफर को केंद्र में रखकर लिखी गयी है। यह पुस्तक पत्रकार अश्विनी भटनागर और आर सी गंजू ने लिखी है। इसमें, एक राजनीतिक नेता के तौर पर अब्दुल्ला के सामने आई चुनौतियों और दुविधाओं पर भी प्रकाश डाला गया है। इसमें बताया गया है कि कश्मीर में अस्थिर और जटिल स्थिति के बीच उन्होंने अपने लोगों, अपनी पार्टी और देश के प्रति अपनी वफादारी के बीच किस तरह संतुलन बनाया था। लेखकों के अनुसार, व्यापक शोध और साक्षात्कारों पर आधारित पुस्तक पिछले 45 साल के उनके सफर को रेखांकित करती है। पुस्तक के लेखकों ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने 1990 से जम्मू कश्मीर की राजनीति की रिपोर्टिंग की है, और हम कश्मीर के राजनीतिक इतिहास को आकार देने वाली कई घटनाओं के प्रत्यक्ष गवाह रहे हैं। इन घटनाओं में आतंकवाद के सिर उठाने और इसके खूनी परिणाम भी शामिल हैं। लेकिन चाहे जो भी संकट रहा हो डॉ. फारूक अब्दुल्ला डिगे नहीं।’’ पुस्तक में फारूक के व्यक्तित्व के बारे में कई अनजान पहलुओं को सामने लाया गया है, जैसे कि खेल के प्रति उनका प्रेम। इसमें कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ उनके संबंधों को रेखांकित किया गया है, जिनमें इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और बेनजीर भुट्टो शामिल हैं। प्रकाशक के अनुसार, “फ़ारूक़ ऑफ़ कश्मीर” उन लोगों को अवश्य पढ़नी चाहिए जो कश्मीर के इतिहास और राजनीति के साथ-साथ वर्तमान परिदृश्य में अब्दुल्ला की भूमिका और प्रासंगिकता को समझना चाहते हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

%d bloggers like this: