बुमराह और कृष्णा को विश्व कप से पहले अधिक मैचों की जरूरत: कोटक

डबलिन, आयरलैंड दौरे पर गई भारतीय टी20 टीम के मुख्य कोच सितांशु कोटक ने मंगलवार को कहा कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा ने चोट से उबर कर शानदार वापसी की है लेकिन दोनों गेंदबाजों को विश्व कप से पहले और अधिक मैच खेलने की जरूरत है। आयरलैंड दौरे पर अब तक खेले गए दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में बुमराह और कृष्णा ने लागातार दो-दो विकेट लेकर सफल वापसी की है। भारतीय टीम ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। कोटक ने श्रृंखला के तीसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘  उन पर वास्तव में कोई दबाव नहीं था। वे अपने आरटीपी (खेल में वापसी) और स्ट्रैंथ के लिए एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में थे। दोनों गेंदबाज काफी समझदार हैं। उन्हें यहां गेंदबाजी करते देखकर कभी ऐसा नहीं लगा कि उन्हें और अभ्यास की जरूरत थी। वे इस चुनौती के लिए पुरी तरह से तैयार हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘ इन खिलाड़ियों को विश्व कप से पहले बस कुछ मैचों की जरूरत है। उन्हें इस श्रृंखला में तीन मैच और एशिया कप में भी कुछ मैच खेलने का मौका मिलेगा।’’ इस संक्षिप्त दौरे पर अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कोटक ने कहा, ‘‘ मैं पिछले साल भारतीय टीम के साथ दो दौरों पर गया था। मुख्य कोच के रूप में यह मेरा पहला दौरा है। राहुल भाई (द्रविड़) और वे (कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्य) एशिया कप की तैयारी में व्यस्त है।’’सौराष्ट्र के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ मैं 2019 से भारत ए टीम से जुड़ा हुआ हूं। बुमराह और प्रसिद्ध (कृष्णा) के अलावा इस श्रृंखला में कमोबेश ‘ए’ टीम के खिलाड़ी ही है। हमारे पास अविश्वसनीय प्रतिभा है। उनके साथ काम करना एक शानदार अनुभव है।’’ वेस्टइंडीज दौरे पर प्रभावित करने वाले तिलक वर्मा के इस दौरे पर अब तक विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर कोटक ने कहा कि इस युवा बल्लेबाज ने मुझसे बात की है और वह नेट सत्र में अधिक समय देना चाहता है। वर्मा ने इस दौरे पर दो पारियों में क्रमश: शून्य और एक रन बनाये है।कोटक ने कहा, ‘‘ वह सिर्फ अभ्यास करना चाहता था. उन्होंने अपनी मानसिकता, अपने शॉट चयन के बारे में बात की और यह एक सामान्य चर्चा थी कि मैं क्या सोचता हूं और उसकी योजनाएं क्या हैं। इस तरह के दौरों पर हम रणनीति के बारे में अधिक बात करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम तकनीकी पहलुओं पर तब तक ज्यादा बात नहीं करते जब तक कि खिलाड़ी को इसकी आवश्यकता न हो और उसके पास पर्याप्त समय न हो। मुझे नहीं लगता कि आप किसी श्रृंखला के दौरान एक सप्ताह या दो-तीन दिन के अंदर किसी खिलाड़ी को तकनीकी रूप से बदल सकते हैं।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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