ब्राजील ईपीएल के रवैये से नाराज, अर्जेंटीना और कोलंबिया के खिलाड़ी टीमों से जुड़े

साओ पाउलो, ब्राजील के इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में खेलने वाले नौ खिलाड़ी दक्षिण अमेरिकी विश्व कप फुटबॉल क्वालीफायर्स से पहले अभ्यास के शुरुआती दिन अपनी राष्ट्रीय टीम से नहीं जुड़ पाये।

अर्जेंटीना और कोलंबिया हालांकि इंग्लैंड में खेलने वाले अपने खिलाड़ियों को वापस बुलाने में सफल रहे जबकि पराग्वे न्यूकास्टल की तरफ से खेलने वाले अपने शीर्ष स्ट्राइकर को सही समय पर बुलाने के लिये विश्व की सर्वोच्च फुटबॉल संस्था फीफा पर दबाव बना रहा है।

प्रीमियर लीग के क्लब अपने खिलाड़ियों को दक्षिण अमेरिकी देशों में नहीं भेजना चाहते हैं जिन्हें ब्रिटिश सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण लाल सूची में रखा है। कोई भी खिलाड़ी जो इन देशों में जाकर वापस ब्रिटेन लौटेगा उसे होटल में 10 दिन तक पृथकवास पर रहना होगा और इस दौरान उसे अभ्यास का मौका भी नहीं मिलेगा।

लेकिन लगता है कि इंग्लैंड के क्लबों का दक्षिण अमेरिका के प्रत्येक देश के प्रति एक जैसा रवैया नहीं है।

चिली, अर्जेंटीना और पेरू के खिलाफ होने वाले क्वालीफायर्स मैचों से पहले ब्राजील साओ पाउलो में केवल 22 खिलाड़ियों को ही जुटा पाया जबकि अर्जेंटीना के लगभग सभी 30 खिलाड़ी टीम से जुड़ गये हैं। इनमें टीम में चुने गये वे चार खिलाड़ी भी शामिल हैं जो इंग्लैंड में खेलते हैं।

ये सभी खिलाड़ी वेनेजुएला के खिलाफ गुरुवार को होने वाले मैच के लिये उपलब्ध रहेंगे। ब्राजील और अर्जेंटीना के बीच मैच रविवार को खेला जाएगा।

ब्राजील के कोच टिटे ने 45 खिलाड़ियों का चयन किया है ताकि इंग्लैंड में खेलने वाले खिलाड़ियों को यात्रा करने से रोके जाने पर उनके पास विकल्प रहें। ब्राजीली टीम में जिन खिलाड़ियों को चुना गया है उनमें से एलिसन, फैबिन्हो, रॉबर्टो फ़िरमिनो (लिवरपूल), एडर्सन, गेब्रियल जीसस (मैनचेस्टर सिटी), थियागो सिल्वा (चेल्सी), फ्रेड (मैनचेस्टर यूनाइटेड), रिचर्डसन (एवर्टन) और राफिन्हा (लीड्स) इंग्लैंड में खेलते हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Flickr

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