भाजपा में शामिल हुईं पूर्व कांग्रेस नेता किरण चौधरी, बेटी श्रुति चौधरी

नयी दिल्ली कांग्रेस से इस्तीफा देने के अगले ही दिन हरियाणा की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने बुधवार को अपने तमाम समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। राज्य में इस साल अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इसे भाजपा के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ की मौजूदगी में दोनों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने के बाद किरण चौधरी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा ‘‘अब मैं भी भगवा रंग में रंग गई हूं। लेकिन यही रंग चौधरी बंसीलाल का भी रंग था।’’ बड़ी संख्या में भाजपा मुख्यालय पहुंचे अपने समर्थकों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा ‘‘हमने 20 साल पहले हरियाणा विकास पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था। आज मैं आपसे आह्वान करती हूं कि आप कांग्रेस का झंडा छोड़कर भाजपा का झंडा उठा लें और हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार भाजपा की शानदार जीत सुनिश्चित करने के लिए आगे बढ़ते रहें।’’ उन्होंने कहा ‘‘आज से हमारा काम शुरू होता है। चौधरी बंसीलाल का नाम लीजिए और भाजपा की नीतियों पर काम करना शुरू कीजिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की जय-जयकार करते हुए हरियाणा के कोने-कोने का दौरा कीजिए। यही चौधरी बंसीलाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’’ हरियाणा में कांग्रेस को झटका देते हुए चौधरी और उनकी बेटी ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। श्रुति चौधरी कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष थीं। किरण चौधरी भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा से विधायक हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। किरण और उनकी बेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अलग-अलग त्यागपत्र भेजे जिसमें उन्होंने हुड्डा पर निशाना साधा। बताया जाता है कि किरण चौधरी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिए जाने के साथ साथ राज्य में पार्टी द्वारा टिकटों के समग्र वितरण को लेकर नाराज थीं। पार्टी ने भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से मौजूदा विधायक और हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को टिकट दिया था जो भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह से हार गए। इस सीट से श्रुति पूर्व में सांसद रह चुकी हैं। किरण चौधरी ने कहा कि वह भाजपा में इसलिए शामिल हुईं क्योंकि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि देश के लोगों ने उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार जनादेश दिया है। उन्होंने कहा ‘‘भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के उनके संकल्प को पूरा करने के लिए लोगों ने उन्हें एक बार फिर जिम्मेदारी दी है।’’उन्होंने भाजपा नेताओं को आश्वस्त किया कि वह और उनकी बेटी श्रुति हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश राजस्थान और दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी कार्यकर्ता की तरह काम करेंगी। इस अवसर पर श्रुति चौधरी ने कहा कि वह पार्टी की नीतियों और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले 10 साल की सरकार में लिए गए ‘ऐतिहासिक निर्णयों’ से प्रेरित होकर भाजपा में शामिल हुई हैं। भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद किरण चौधरी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा ‘‘नई शुरुआत एक नया प्रभात। आज सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास और एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना हेतु उन्नत क्षेत्र व प्रदेश के उद्देश्य से अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।’’ किरण चौधरी ने कहा ‘‘हमारा वचन है कि चौधरी बंसीलाल जी के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा व क्षेत्रवासियों के हित में सदैव समर्पित रहेंगे।’’ कांग्रेस ने हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से नौ पर चुनाव लड़ा था जबकि कुरुक्षेत्र सीट पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) की घटक आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव लड़ा था लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। चुनावों में कांग्रेस और भाजपा ने पांच-पांच सीटें जीती थीं।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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