भारतीय टीम फाइनल में पांच साल के खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेगी

कोलंबो, रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम रविवार को यहां होने वाले एशिया कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ प्रबल दावेदार होगी जिसमें वह पांच साल से कई देशों के टूर्नामेंट में ट्राफी नहीं जीतने के सूखे को खत्म करने के लिए बेताब होगी। अक्षर पटेल भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं लेकिन उनकी चोटें चिंता का विषय हैं। श्रीलंकाई टीम को अपने मुख्य स्पिनर महीश तीक्षणा की सेवायें नहीं मिल पायेंगी क्योंकि वह हैमस्ट्रिंग चोट के कारण बाहर हो गये हैं। भारतीय टीम ने पिछले पांच वर्षो में कोई खिताब नहीं जीता है जिससे रविवार को उसके लिए अपनी कैबिनेट में एक और ट्राफी शामिल करने का अच्छा मौका होगा। विश्व कप से पहले खिताबी जीत उस टीम के लिए मनोबल बढ़ाने के लिए आदर्श होगी जो सभी विभागों में पूरी तरह से खरी नहीं उतरी है। लेकिन कुछ महीने पहले से तुलना की जाये तो टीम तब से कहीं अधिक मजबूत दिख रही है। भारत ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अंतिम खिताब 2018 में जीता था जब रोहित की टीम ने दुबई में एशिया कप में बांग्लादेश को तीन विकेट से हराया था। इस जीत के बाद से भारत महत्वपूर्ण मैचों और मौकों पर महारत हासिल करने में नाकाम रहा जो काफी हैरानी भरा भी है। भारत 2019 वनडे विश्व कप और 2022 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा। 2019 में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में उसे न्यूजीलैंड से और 2023 डब्ल्यूटीसी फाइनल में आस्ट्रेलिया से हार मिली। पिछले साल के एशिया कप में भी टीम अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में विफल रही जिसमें श्रीलंका ने खिताब जीता जो टी20 प्रारूप में खेला गया था। भारत अपनी क्रिकेट परंपरा पर गर्व करता है जिससे यह निश्चित रूप से काफी खराब रिकॉर्ड है और अब टीम मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित के साथ कुछ नया चलन स्थापित करना चाहेगी। भारतीय टीम को विश्वास है कि उसके पास रविवार को एक और ट्राफी अपनी कैबिनेट में शामिल करने का शानदार मौका है। भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को सुपर फोर मैच में अपने पांच मुख्य खिलाड़ियों को आराम दिया था जो अब फाइनल में वापसी करेंगे। टीम को इस मैच में छह रन की हार मिली थी। विराट कोहली और हार्दिक पंड्या की फाइनल में वापसी से बल्लेबाजी इकाई निश्चित रूप से मजबूत होगी जो बांग्लादेश के स्पिनरों के खिलाफ जूझती दिखी थी। सलामी बल्लेबाज शुभमन सिंह ने शीर्ष स्तरीय शतकीय पारी खेली लेकिन बाकी अन्य बल्लेबाज मध्य के ओवरों में स्ट्राइक अच्छी तरह रोटेट नहीं कर सके जिससे निचले क्रम के सामने बड़ा लक्ष्य बचा था। इस मैच से यह भी साफ दिखा कि भारत को अपनी इस समस्या पर भी काम करना होगा कि शुरुआती विकेट झटकने के बावजूद वह प्रतिद्वंद्वी टीम को समेटने में असफल रहा। भारत ने बांग्लादेश के 59 रन पर चार विकेट झटक लिये थे लेकिन उसके गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में काफी रन दे दिये जिससे प्रतिद्वंद्वी टीम 265 रन का अच्छा स्कोर खड़ा करने में सफल रही। लेकिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव की वापसी से यह समस्या सुलझ जायेगी जब ये कल के मैच में वापसी करेंगे। भारत अक्षर पटेल की चोटों पर भी नजर रखेगा और टीम प्रबंधन ने फाइनल के लिए उनके कवर के तौर पर ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को बुला भी लिया है जो बेंगलुरु में एशियाई खेलों की टीम के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। वह आज शाम तक टीम से जुड़ जायेंगे। भारत की ये समस्यायें फिलहाल एशिया कप फाइनल के लिए हैं लेकिन वे व्यापक परिदृश्य से अनभिज्ञ नहीं रह सकते। विश्व कप से पहले भारत को अपने सभी विभागों की तैयारी देखने के लिए अभ्यास मैचों के अलावा चार और वनडे (एशिया कप फाइनल और आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच) खेलने हैं। एशिया कप में खिताबी जीत अगले महीने शुरु होने वाले विश्व कप से पहले टीम का मनोबल बढ़ाने में अहम होगी क्योंकि टीम इसमें 10 साल से चले आ रहे आईसीसी ट्राफी के सूखे को खत्म करना चाहेगी। वहीं श्रीलंकाई टीम भी काफी आत्मविश्वास से भरी है क्योंकि घरेलू टीम वनडे लगातार 15 वनडे जीतकर शानदार लय में चल रही है। टीमें इस प्रकार हैं: भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, ईशान किशन, हार्दिक पंड्या (उप कप्तान), रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा, वाशिंगटन सुंदर (चोटिल अक्षर पटेल के लिए कवर)। श्रीलंका: दासुन शनाका (कप्तान), पाथुम निसांका, दिमुथ करुणारत्ने, कुसल जेनिथ परेरा, कुसल मेंडिस (उप कप्तान), चरिथ असालंका, धनंजय डिसिल्वा, सदीरा समरविक्रमा, महीश तीक्षणा, दुनिथ वेलालागे, माथीशा पाथिराना, कासुन रजिता, दुशान हेमंथा, बिनुरा फर्नांडो, प्रमोद मदुशन। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे शुरू होगा।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

%d bloggers like this: