भारत और फ्रांस ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विमर्श किया

नयी दिल्ली, भारत और फ्रांस ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए तरीके तलाशने की दिशा में मंगलवार को बातचीत की।

बातचीत के दौरान ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर त्रिपक्षीय सहयोग करने और समुद्र तथा अंतरिक्ष में उभरती हुई चुनौतियों का सामना करने पर चर्चा की गई।

विदेश मंत्री एस जयशंकर और फ्रांसीसी विदेश मंत्री ज्यां यवेस ला द्रिआन के बीच हुई बातचीत में फ्रांस ने भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) का हिस्सा बनने का भी निर्णय लिया।

विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और निवेश समझौते पर चर्चा में तेजी लाने के महत्व को भी रेखांकित किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “उन्होंने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के तरीकों पर बात की। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर त्रिपक्षीय सहयोग करने और समुद्र तथा अंतरिक्ष में उभरती हुई चुनौती का सामना करने और जलवायु परिवर्तन पर साथ मिलकर काम करने तथा जैव विविधता संरक्षण के मुद्दे पर मंथन किया गया।”

मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया, “इस संबंध में भारत फ्रांस के निर्णय का स्वागत करता है जिसमें उसने हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) का हिस्सा बनने का फैसला लिया।”

इस बीच ला द्रिआन और प्रधानमंत्री मोदी की बैठक मंगलवार को नहीं हो सकी।

इसका कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया। हालांकि माना जा रहा है कि महामारी के प्रकोप को देखते हुए एहतियात के तौर पर यह मुलाकात नहीं हुई।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Twitter

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