मालगाड़ी ने गति सीमा का उल्लंघन क्यों किया, इसकी जांच जारी : एनएफआर अधिकारी

कोलकाता पश्चिम बंगाल में रंगापानी में कंचनजंघा एक्सप्रेस को टक्कर मारने वाली मालगाड़ी के चालक ने अनुमेय गति सीमा का उल्लंघन क्यों किया इसकी जांच की जा रही है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सोमवार को हुई इस दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) कर रहे हैं। इस दुर्घटना में मालगाड़ी के चालक और कंचनजंघा एक्सप्रेस के गार्ड सहित 10 लोगों की जान चली गई थी। एनएफआर के प्रवक्ता सब्यसाची डे ने असम में मालीगांव में जोनल रेलवे मुख्यालय से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि चालक ने मालगाड़ी की रफ्तार निर्धारित सीमा से अधिक क्यों की उन्होंने कहा कि शायद चालक को कुछ ऐसा हुआ होगा जिसका अभी पता नहीं चला सका है। उन्होंने कहा कि जांच में इसी का पता लगाया जाना है। डे ने कहा कि मालगाड़ी के चालक को टी/ए912 फॉर्म जारी किया गया है। उनके मुताबिक जब स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली में गड़बड़ी आती है तो नियम पुस्तिका के तहत टी/ए 912 फॉर्म जारी करना बुनियादी प्रोटोकॉल है। एनएफआर के कटिहार मंडली रेल प्रबंधक (डीआरएम) ने बुधवार को बताया था कि खंड पर स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली और ट्रेन ट्रैकिंग प्रणाली में सुबह करीब 5.15 बजे खराबी आ गई जिसके बाद नियमों के तहत ट्रेन नियंत्रित गति से संचालित की जा रही थी। यह दुर्घटना सुबह करीब नौ बजे रंगापानी में घटी। उन्होंने कहा कि सीआरएस मालगाड़ी के गंभीर रूप से घायल सहायक चालक मोनू कुमार का बयान तब दर्ज करेगा जब वह ठीक हो जाएगा और बोलने की स्थिति में होगा। वह सबसे अहम गवाहों में शामिल है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ दिन लग सकते हैं। कुमार का सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। डीआरएम ने कहा कि गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद उनका मिलान किया जाएगा और उसके आधार पर निष्कर्ष निकाल सीआरएस अपनी रिपोर्ट देंगे जिसमें कुछ समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित खंड में चालकों को जारी मेमो के मुताबिक ट्रेन को हर लाल सिग्नल पर एक मिनट तक रोकने के बाद 10 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया जाना था।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

%d bloggers like this: