मोदी सरकार ने नक्सलवाद और उत्तरपूर्व के उग्रवाद को नियंत्रित कर देश में शांति स्थापित की

रांची, केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपने आठ वर्ष के शासन काल में नक्सलवाद को लगभग साठ प्रतिशत नियंत्रित करने में सफलता पायी है और पूर्वोत्तर राज्यों में भी उग्रवादियों के साथ देश हित में अनेक समझौते किये गये जिससे पूरे में देश में शांति स्थापित करने में उसे सफलता मिली है।

मिश्रा ने अपने दो दिवसीय झारखंड प्रवास के अंत में यहां मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में जब केन्द्र में मोदी सरकार आयी थी तो देश के लगभग 100 जिले नक्सल प्रभावित थे लेकिन आठ वर्षों में नक्सलवाद सिर्फ लगभग 30-35 जिलों तक सिमट गया है।

उन्होंने कहा कि सीमा पर घुसपैठ को हमारे अर्द्धसैनिक बलों ने रोकने में सफलता पाई है। उन्होंने कहा, ‘‘ इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर से हमने अनुच्छेद 370 एवं 35ए हटाकर अपने रुख को साफ कर दिया है।’’

मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी पहली सरकार में ही अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त करने का काम शुरु कर दिया था जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सरल भाषा गरीब कल्याण का नाम दिया।

उन्होंने केंद्र सरकार की आठ वर्षों की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि 2014 से प्रारंभ गरीब कल्याण की अपनी यात्रा में केंद्र की मोदी सरकार ने स्वच्छता अभियान मिशन के अंतर्गत 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय निर्माण कराये, नौ करोड़ से ज्यादा परिवारों को उज्जवला योजना के तहत गैस के फ्री गैस सिलेंडर उपलब्ध कराये गये, तीन करोड़ से ज्यादा गरीबों के पक्के मकान बनावाये गये, गाँवों में घर-घर बिजली पहुंचे इसके लिए अभियान चलाया गया।

उन्होंने कहा , ‘‘2024 तक हर-घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना पर भी हम काम कर रहे हैं। इन्हीं उपलब्धियों को लेकर हम पूरे देश में जनता एवं कार्यकर्ताओं के बीच जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत की अर्थव्यवस्था भी गतिमान रही और आज हम दुनिया में तेजी से बढ रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट के समय जब दुनिया दो हिस्सों में बंट गई थी तब भारत एक तीसरी ताकत के रुप में खड़ा हुआ और हमने अपनी विदेश नीति किसी से प्रभावित नहीं होने दी।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी उपस्थित थे।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

%d bloggers like this: