म्यांमा के घटनाक्रम पर भारत और अमेरिका ने संपर्क में रहने पर सहमति जताई

नयी दिल्ली, विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि म्यांमा में सैन्य तख्तापलट की घटना के बाद वहां की स्थिति का आकलन करने के लिए भारत और अमेरिका ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच सोमवार को टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान म्यांमा के घटनाक्रम पर चर्चा हुई।

श्रीवस्तव ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका संपर्क में बने रहने तथा स्थिति पर आकलन साझा करने पर सहमत हुए हैं।’’

उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि कानून का शासन एवं लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं म्यांमा में अवश्य ही कायम होनी चाहिए।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच करीबी सांस्कृतिक संबंध हैं तथा व्यापार, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में भी संबंध मजबूत हुए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम उस देश (म्यांमा) में घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखे हुए हैं। हम इस मुद्दे को लेकर सभी के साथ संवाद जारी रखेंगे।’’

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते म्यांमा की सेना ने देश की असैन्य सरकार का तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू ची तथा उनकी पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के अन्य नेताओं को हिरासत में लेने के बाद आपातकाल लगा दिया था।

श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि भारत को म्यांमा की सेना ने एक पत्र भेजा है जिसमें सैन्य तख्तापलट के कारणों का उल्लेख किया गया है।

म्यांमा की सेना ने इस प्रकार के पत्र अन्य देशों को भी भेजे हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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