कीव, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) के महानिदेशक का कहना है कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की सुरक्षा फिलहाल ‘बेहद चिंताजनक स्थिति’ में है और उनके संगठन ने मरम्मत सहित अन्य कार्यों के लिए संयंत्र तक पहुंचने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके।
गौरतलब है कि यूक्रेन में स्थित इस परमाणु संयंत्र पर फिलहाल रूस का नियंत्रण है।
‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के साथ साक्षात्कार में आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रोस्सी ने 1986 में हुए चेर्नोबिल नाभिकीय संयंत्र दुर्घटना की 36वीं बरसी पर जापोरिजजिया में स्थित परमाणु संयंत्र के बारे में बात की जिस पर फिलहाल रूसी बलों का नियंत्रण है।
ग्रोस्सी ने कहा कि आईएईए को दक्षिणी यूक्रेन में स्थित जापोरिजजिया संयंत्र तक पहुंचने की जरूरत है ताकि उसके निरीक्षक अन्य कार्यों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी के विएना स्थित मुख्यालय से उसका संपर्क फिर से बहाल कर सकें और इसके लिए रूस और यूक्रेन दोनों के मदद की जरूरत है।
ग्रोस्सी ने कहा कि संयंत्र को मरम्मत की जरूरत है, ‘‘और यह सबकुछ नहीं हो रहा है। इसलिए जैसा कि मैंने बताया और आज फिर दोहरा रहा हूं, यह सतत नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह लंबित मुद्दा है। यह खतरे की घंटी है।’’
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से इस मुद्दे पर बैठक करने के एक दिन बाद ग्रोस्सी ने बुधवार को साक्षात्कार में उक्त बातें कहीं।
ग्रोस्सी ने कहा, ‘‘जाहिर है कि मेरे यूक्रेनी समकक्ष नहीं चाहते हैं कि आईएईए के निरीक्षक किसी तीसरे पक्ष के नियंत्रण के दौरान उनके संयंत्र में जाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राष्ट्रपति जेलेंस्की से कल रात लंबी बातचीत हुई और इसपर अभी भी सलाह करने की जरुरत है। हम अभी भी वहां तक नहीं पहुंचे हैं।’’
आईएईए प्रमुख हालांकि रूसी सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि जापोरिजजिया परमाणु संयंत्र तक पहुंच दी। जाए
उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही रूसी पक्ष से मिलने वाले हैं।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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