यूपीएससी अध्यक्ष का इस्तीफा, एनटीए प्रमुख क्यों बचे हुए हैं : कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद शनिवार को दावा किया कि ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने व्यवस्था को दूषित किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सवाल किया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख प्रदीप कुमार जोशी बचे क्यों हैं उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से लग रहा था कि यूपीएससी के मौजूदा विवाद को देखते हुए सोनी को बाहर कर दिया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि यूपीएससी अध्यक्ष मनोज सोनी ने ‘‘निजी कारणों’’ का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल मई 2029 में समाप्त होना था। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया “2014 के बाद से सभी संवैधानिक निकायों की पवित्रता प्रतिष्ठा स्वायत्तता और पेशेवर दृष्टिकोण को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया गया है। लेकिन समय-समय पर स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को भी कहने के लिए मजबूर होना पड़ता है कि अब बहुत हो गया।” उन्होंने लिखा “नरेन्द्र मोदी 2017 में गुजरात से अपने पसंदीदा शिक्षाविदों में से एक को यूपीएससी सदस्य के रूप में ले आए और उन्हें 2023 में छह साल के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष बन दिया। लेकिन इस तथाकथित प्रतिष्ठित सज्जन ने अब अपना कार्यकाल समाप्त होने से पांच साल पहले ही इस्तीफा दे दिया है।” रमेश ने कहा “कारण चाहे जो भी बताए जाएं यह स्पष्ट रूप से लग रहा था कि यूपीएससी के मौजूदा विवाद को देखते हुए उन्हें बाहर कर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा “ऐसे कई और व्यक्तियों ने व्यवस्था को दूषित किया है। उदाहरण के लिए एनटीए के अध्यक्ष को ले लीजिए। वह अब तक बचे क्यों हैं ” सूत्रों ने कहा कि सोनी के इस्तीफे का परिवीक्षाधीन आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद ‘‘संघ लोक सेवा आयोग पर उठ रहे सवालों से कोई लेना-देना नहीं है।’’क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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