यूरो 2024 : बेनूर होते दिग्गजों के बीच अपनी चमक बिखेरते यमल पर टिकी स्पेन की उम्मीदें

बर्लिन फुटबॉल के नये ‘वंडर ब्वॉय’ बेहतरीन मिडफील्ड और विरोधी टीमों के औसत प्रदर्शन ने स्पेन को सफलता की नयी इबारत लिखने की ड्योढी पर ला खड़ा किया है लेकिन आखिरी तिलिस्म पर एक ऐसी टीम खड़ी है जिसे बरसों से किसी बड़े खिताब का उतनी ही बेताबी से इंतजार है । इंग्लैंड और स्पेन के बीच रविवार को होने वाला यूरोपीय फुटबॉल चैम्पियनशिप फाइनल हर लिहाज से मनोरंजन की सौगात देने का माद्दा रखता है । ओलंपिक 1936 के लिये नाजियों द्वारा बनाये गए ऐतिहासिक स्टेडियम पर सभी की नजरें 17 बरस के लमाइन यमल पर होंगी जो 2008 . 12 के दौर के बाद पहली बार स्पेन को बड़े खिताब से एक जीत दूर ले आया है । स्पेन ने 2010 में विश्व कप और उसके बाद यूरो खिताब जीते थे । इस बार जहां क्रिस्टियानो रोनाल्डो काइलियान एमबाप्पे और इंग्लैंड के हैरी केन जैसे दिग्गज धराशायी हो गए वहीं यमल का नाम हर फुटबॉलप्रेमी की जुबां पर है । सेमीफाइनल से पहले वह तीन गोल का सू्त्रधार रहा और फ्रांस के खिलाफ सेमीफाइनल में बेहतरीन शॉट पर गोल करके पूरे देश का नूरे नजर बन गया । गत चैम्पियन इटली और 2022 में विश्व कप सेमीफाइनल खेलने वाली क्रोएशिया जैसी टीमों के रहते स्पेन ग्रुप में शीर्ष पर रहा । इसके बाद मेजबान जर्मनी और एमबाप्पे की फ्रांस को हराया । वैसे स्पेन की टीम इंग्लैंड को हलके में लेने की गलती नहीं करेगी । अभी तक अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेल सकी इंग्लैंड की टीम 1966 विश्व कप के बाद कोई बड़ा खिताब नहीं जीत सकी है । इंग्लैंड के बाहर पहली बार फाइनल में पहुंची जेरेथ् साउथगेट की टीम के पास केन जूड बेलिंघम फिल फोडेन और बुकायो साका जैसे स्टार हैं । वहीं सेमीफाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ 90वें मिनट में कोच ने केन को बेंच पर भेजकर ओली वाटकिंस केा उतारने का मास्टर स्ट्रोक खेला और उसने आते ही विजयी गोल दाग दिया । अब देखना यह है कि रविवार को यमल के स्पेन के खिलाफ उनका संकटमोचक कौन बनता है । क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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